इंदौर की सभी सीटों पर जहां भाई और ताई के बीच टिकट वितरण पर बवाल मचा हुआ था तो वहीं गोविंदपुरा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री बाबुलाल गौर की दावेदारी के अलावा अन्य प्रत्याशियों के लिए बढ़ता संघ का दबाव बीजेपी के लिये परेशानी बन रहा था, जबकि होशंगाबाद जिले की सिवनी-मालवा सीट पर भी पेंच फंसा हुआ है. यहां से वर्तमान विधायक और पूर्व मंत्री सरताज सिंह का टिकट काटे जाने की चर्चा है. लेकिन, सरताज सिंह अब भी चुनाव लड़ने पर अड़े हुए हैं. अगर पार्टी उनको टिकट नहीं देती तो वे बगावत भी कर सकते हैं, जिसके चलते पार्टी के सामने कुएं और खाई वाली स्थिति बनी हुई है.
इसके साथ ही अन्य बची हुई सीटों पर भी पार्टी को उम्मीदवार तय करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि यहां दावेदारों की लंबी फेहरिस्त है. इसके साथ ही ज्यादातर उम्मीदवार ऐसे संकेत दे रहे हैं कि अगर पार्टी उन्हें टिकट नहीं देगी तो वे बगावत भी कर सकते हैं. बहरहाल शुक्रवार को नामांकन की अंतिम तारीख होने की वजह से इस बात की पूरी उम्मीद है कि बीजेपी आज यानी गुरुवार को प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी कर देगी