Home Una Special आधी रात को काट दिए 30 पेड़…

आधी रात को काट दिए 30 पेड़…

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ऊना: जिला ऊना के साथ लगते नंगल में वन विभाग हिमाचल की भूमि पर हुए अवैध कटान पर हिमाचल व पंजाब आमने-सामने हो गए हैं। नंगल में हिमाचल वन विभाग की भूमि पर एक विश्राम गृह व वन का एरिया है, जिसकी 1956 से हिमाचल वन विभाग द्वारा देखरेख की जा रही है और राजस्व रिकॉर्ड में भी काश्तकार के खाने में भी वन विभाग हिमाचल दर्ज है।

यह भूमि जो हिमाचल वन विभाग के कब्जे में है, जो कि करीब 153 कनाल है। इस भूमि में से रातों-रात 30 पेड़ अवैध रूप से कटाने का मामला प्रकाश में आया है। साथ ही एक वन कर्मी से मारपीट व जान से मारने की धमकी भी दी गई है। वन कर्मी को नंगल अस्पताल में प्राथमिक ईलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है, जिसे विभाग ने भी आराम के लिए छुट्टी पर भेजा है। वहीं अवैध रूप से पेड़ काटने के मामले में डीएफओ ऊना यशुदीप सिंह ने कड़ा संज्ञान लेते हुए नंगल थाना में इसकी शिकायत दर्ज करवाई है। वन विभाग हिमाचल की टीम ने अवैध रूप से काटे गए पेड़ों की लकड़ी को अपने कब्जे में ले लिया है।

डीएफओ ने अपनी शिकायत में लोक निर्माण विभाग पंजाब, निजी ठेकेदार व पंजाब पुलिस पर मिली भगत से अवैध कटान करवाने का आरोप लगाया है, लेकिन मामला दर्ज होने के बाद अभी तक भी पुलिस ने अवैध कटान करने वाले के विरूद्व कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई है, जिसके चलते मामला दोनों प्रदेशों के बीच बढऩे लगा है। डीएफओ ऊना यशुदीप सिंह ने इस मामले में डीसी व एसएसपी रोपड़ को भी लिखित शिकायत भेजी है। इस शिकायत में भी वन विभाग ऊना ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी आपति जताई है। वहीं इस मामले की जानकारी वन विभाग के उच्चाधिकारियों के साथ-साथ जिलाधीश व एसपी ऊना को भी दी गई है।

वन विभाग ऊना की ओर से 9 अक्तूबर को भी नंगल थाना में एक शिकायत पत्र देकर आगाह किया गया था कि लोक निर्माण विभाग पंजाब वन विभाग हिमाचल की भूमि से सड़क बनाने को लेकर बिना एनओसी व निशानदेही के बगैर कार्रवाई करना चाह रहा है और विभाग की भूमि के 20 से 30 मीटर तक अंदर तक बजरी फैंक दी गई है, जिस पर कानूनन कार्रवाई की जाए। इसके बाद पंजाब पुलिस की टीम ने मौके का निरीक्षण तो किया, लेकिन मामले को गंभीरता से नहीं लिया। इसके एक माह बाद 6 नवंबर की आधी रात को जेसीबी व भारी संख्या में लेवर लगाकर अवैध रूप से 30 पेड़ सफेदे व शीशम के काट दिए गए। इसी रात जब वन कर्मी महेंद्र सिंह ने पेड़ कटान से रोका, तो उसके साथ मारपीट की गई और उसे बंदूक की नोक पर जान से मारने की धमकी भी दी गई।

हालांकि घटना के समय पुलिस कर्मी भी चंद दूरी पर थे, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद पंजाब पुलिस कंट्रोल रूम में डीएफओ द्वारा सूचना देने के बाद एक टीम पुलिस की मौके पर पहुंची, जिसने वन कर्मी को इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल करवाया। लेकिन अवैध रूप से काटे गए पेड़ों पर चार दिन निकल जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। डीएफओ यशुदीप सिंह ने कहा कि हमने अपनी ओर से शिकायत दर्ज करवा दी है। उच्चाधिकारियों को बता दिया है। मामले में पंजाब सरकार को नियमों का पालन करवाना है और यदि पंजाब की ओर से उचित कार्रवाई नहीं की जाती, तो अन्य विकल्पों पर विचार किया जाएगा।

नंगल में 153 कनाल भूमि में से 26 कनाल भूमि पर वन विभाग हिमाचल में तीन सेट का रेस्ट हाऊस बनाया हुआ है, यह रेस्ट हाऊस हिमाचल के ईको टूरिज्म के रूप में भी प्रसिद्व है। वहीं इसके अलावा रिहायशीय क्वार्टर, गार्ड व चौकीदार के हटर््स भी बनाए गए हैं। इस भूमि पर एक डिपो भी बना हुआ है। यह भूमि पूरी तरह से कवर की गई है, जबकि बाकि भूमि पर सफेदे के पेड़ लगे हुए हैं। 62 वर्ष से हिमाचल वन विभाग इस भूमि का देखरेख कर रहा है और लगातार इस भूमि को विकसित करने का काम कर रहा है।

अवैध कटान के बाद वन विभाग ऊना की ओर से इस विश्राम गृह नंगल में दो अतिरिक्त वन कर्मियों को तैनात किया गया है। वहीं वन विभाग ने बाकी भूमि पर सीसीटीवी कैमरे पर व फैंसिंग करने का प्रस्ताव भी तैयार कर दिया है।

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