अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के नॉर्थ सेन्टिनेल आईलैंड में एक अमेरिकी पर्यटक की हत्या करने का मामला सामने आया. घटना की सूचना मिलन के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक पर्यटक की पहचान जॉन एलेन चाऊ के रूप में की गई. मामला 20 नवंबर का है. इस मामले में पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार किया है. जिनसे मामले को लेकर पूछताछ की जा रही है. अभी तक की जांच में पता चला है कि चाऊ की हत्या अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में संरक्षित जनजाति के लोगों द्वारा की गई है. आइए जानते हैं नॉर्थ सेन्टिनेल आईलैंड की जनजाति के बारे में जो दुनिया से बिलकुल अलग रहती है
आज कल लोगों के लिए बिजली, इंटरनेट और मोबाइल आम जरूरत है. इसके बिना लोगों का गुजारा नहीं होता. हर छोटी से छोटी चीज के लिए इसकी जरूरत पड़ती है. लेकिन दुनिया में एक ऐसी जगह है जहां न बिजली है, न मोबाइल है और न इंटरनेट. इनको तो ये भी नहीं पता कि ये चीज होती क्या है. यहां जो भी जाता है उस पर ये हमला कर देते हैं. ये जनजाति इंडियन ओशन के नॉर्थ सेंटिनल आइलैंड में रहती है
की खबर के मुताबिक, तकरीबन 60 हजार साल से ये लोग रह रहे हैं. किसी से भी इन लोगों का कॉन्टेक्ट नहीं है. जो भी उनसे मिला है इन लोगों ने हमला ही किया है. यहां से जो भी प्लेन या फिर हेलिकॉप्टर गुजरता है उन पर ये लोग तीरों में आग लगाकर मारते हैं. इन पर यूट्यूब पर एक छोटी सी डॉक्यूमेंट्री है. जिस पर 2 मिलियन व्यूज आए थे. जहां पर उनकी थोड़ी-बहुत जानकारी है
कैमरामैन को देखकर ये जनजाति इतना गुस्सा हो गए कि उन पर वार करने लगे. 2004 में आए भूकंप और सुनामी के बाद भारत सरकार ने इस आइलैंड की खबर लेने के लिए सेना का एक हेलिकॉप्टर भेजा था. लेकिन यहां के लोगों ने उस पर भी हमला कर दिया. तस्वीरों में देखा जा सकता है कि ये लोग खेती भी नहीं करते हैं क्योंकि यहां पूरा घना जंगल है. लोग यहां शिकार करके खाना खाते हैं. लोग यहां नारियल पानी और सी फूड खाते हैं.