इसके अलावा पीयूष दीक्षित, अंजना चतुर्वेदी, राजेश महतो, अनवरी खातून, लाला जयप्रकाश द्विवेदी, प्रकाश पांडेय, जगदीश शुक्ला, मनोज भटनागर, विशाल शर्मा, मोहन सिंह बुंदेला, संतोष लटोरिया, क्षितिज शुक्ला को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया है. ये सभी नेता टिकट वितरण के बाद से पार्टी के खिलाफ काम कर रहे थे, जिस पर कांग्रेस ने कार्रवाई की है.
हटाये गये नेताओं में कुछ तो बागी होकर पार्टी के खिलाफ चुनाव भी लड़ रहे हैं. इनमें सबसे बड़ा नाम कांग्रेस से निकाले गये सत्यव्रत चतुर्वेदी के बेटे नितिन चतुर्वेदी का है, जो पार्टी से बगावत कर छतरपुर जिले की राजनगर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी की से चुनाव लड़ रहे हैं. इसमें उनके पिता सत्यव्रत भी उनका साथ दे रहे थे. ऐसे में पार्टी ने पिता के बाद अब पुत्र पर भी कार्रवाई की है.