भारतीय महिला क्रिकेट टीम को महिला टी-20 विश्व कप टूनार्मेंट में एक फिर निराशा हाथ लगी. वह फाइनल में जगह बनाने से चूक गई. सर विवियन रिचर्डस स्टेडियम में शुक्रवार को खेले गए सेमीफाइनल मैच में भारत को इंग्लैंड ने आठ विकेट से हरा दिया.
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने 19.3 ओवरों में अपने सभी विकेट गंवाकर इंग्लैंड को 113 रनों का लक्ष्य दिया था. इस लक्ष्य को इंग्लैंड ने एमी एलेन जोन्स (53) और नटाली स्कीवर (52) की शानदार बल्लेबाजी के दम पर 17 गेंदें शेष रहते केवल दो विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया इंग्लैंड ने इस मैच में मिली जीत के साथ फाइनल में प्रवेश कर लिया है और अब उसका सामना खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया से होगा. पहले सेमीफाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया ने मेजबान वेस्टइंडीज को 71 रनों से हराकर फाइनल का टिकट कटाया है.
मौजूदा विश्व वनडे चैंपियन इंग्लैंड की टीम काफी मजबूत है तथा पिछले साल लॉर्ड्स में वह भारत को 9 रनों से मात देकर चैंपियन बनी थी. भारत ने 2009 और 2010 में इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में प्रवेश किया था, लेकिन वह जीत हासिल नहीं कर पाई. ऐसे में तीसरी बार भारतीय टीम फाइनल में स्थान हासिल करने से चूक गई और एक बार उसकी खिताबी जीत की उम्मीद पर पानी फिर गया.इंग्लैंड ने चौथी पार फाइनल में प्रवेश किया है. उसने इस टूनामेंट के पहले संस्करण में जीत हासिल की थी. हालांकि, 2012 और 2014 में उसे खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया से हार मिली थी.
इससे पहले टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए भारत की शुरुआत अच्छी रही. ओपनर स्मृति मंधाना ने तूफानी बैटिंग की. उन्होंने 147.82 की स्ट्राइक रेट से 23 गेंदों में 34 रन बनाए. इस पारी में मंधाना ने 5 चौके और 1 छक्का लगाया. मंधाना को सोफी एक्केलस्टोन ने पवेलियन का रास्ता दिखाया. इस विकेट के गिरने के बाद भारतीय पारी संभल नहीं सकी.
भारत की आधी टीम 93 रनों के टीम स्कोर पर पवेलियन लौट चुकी थी. जो पांच विकेट गिरे थे वो स्मृति मंधाना (34), तानिया भाटिया (11), जेमिमा रोड्रिग्स (26), हरमनप्रीत कौर (16) और वेदा कृष्णामूर्ति (2) के हैं 13.4 ओवर में 89/2 रन का स्कोर था, लेकिन अगले 5.5 ओवरों में भारतीय टीम ने 23 रन बनाने में 8 विकेट गंवा दिए.भारतीय टीम की सीनियर खिलाड़ी मिताली राज को प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली. उनकी जगह ऑफ स्पिनर अनुजा पाटिल को शामिल किया गया था.