केंद्र सरकार अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह के तीन द्वीपों के नाम बदलने जा रही है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिकरॉस, नील और हैवलॉक द्वीप का नाम बदलने का फैसला किया गया है. रॉस द्वीप का नाम बदलकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप, नील का बदलकर शहीद द्वीप और हैवलॉक का नाम बदलकर स्वराज द्वीप हो जाएगा. मार्च 2017 में भाजपा नेता ने राज्यसभा में मांग की थी कि मशहूर पर्यटन स्थल हैवलॉक द्वीप का नाम बदला जाए. एलए गणेशन ने कहा था कि 1857 में भारतीय देशभक्तों से लड़ने वाले एक व्यक्ति के नाम पर इस जगह का नामकरण शर्म की बात है.
हैवलॉक द्वीप का नाम ब्रिटिश जनरल सर हेनरी हैवलॉक के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने ब्रिटिश प्रशासन के दौरान भारत में सेवाएं दी थीं. यह केंद्र शासित प्रदेश का सबसे बड़ा द्वीप है. यह अंडमान और निकोबार में ही था, जहां साल 1943 में स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस ने आजाद हिंद की अस्थायी सरकार की स्थापना की थी.
बता दें, सीएम योगी के नेतृत्व वाली यूपी सरकार ने कई जगहों का नाम बदला है. यूपी में मुगल सराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीनध्याल उपाध्याय, इलाहाबाद का नाम प्रयागराज, फैजाबाद का नाम अयोध्या कर दिया गया. फैजाबाद और इलाहाबाद का नाम बदले जाने के बाद भाजपा नेताओं ने और शहरों के नाम बदलने की मांग की थी.
आगरा के एक भाजपा नेता ने मांग की थी कि आगरा का नाम बदलकर आगरवान या अग्रवाल किया जाना चाहिए. विधायक संगीत सोम ने मांग की थी कि मुजफ्फरनगर का नाम बदलकर लक्ष्मी नगर किया जाना चाहिए.
तेलंगाना विधानसभा चुनाव में भी प्रचार के दौरान योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि अगर भाजपा सत्ता में आती है तो करीमनगर का नाम बदलकर करीमपुरम कर दिया जाएगा. इसके अलावा आदित्यनाथ ने कहा था कि अगर भाजपा जीत हासिल करेगी तो हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर कर दिया जाएगा. वहीं गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने पिछले महीने कहा था कि 2019 लोकसभा चुनाव से पहले अहमदाबाद का नाम बतलकर कर्णावती कर दिया जाएगा.