देश में सबसे दूषित हवा वाले 110 शहरों में शामिल हिमाचल के सात शहरों के लिए राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने एक्शन प्लान तैयार कर लिया है। इन शहरों से बीस साल से ज्यादा पुराने वाहनों पर रोक की तैयारी है। बोर्ड ने इसके लिए परिवहन विभाग को निर्देश दिए हैं। पुराने वाहनों पर रोक के अलावा प्रदूषण जांच केंद्रों को सुदृढ़ कर जांच पर सख्ती के लिए कहा गया है। इसके अलावा पीडब्ल्यूडी, शहरी विकास और उद्योग विभाग भी प्रदूषण कम करने के लिए विस्तृत योजना बनाएंगे।
एनजीटी ने हाल ही में हिमाचल के सात शहरों सुंदरनगर, बद्दी, डमटाल, कालाअंब, परवाणू, नालागढ़ और पांवटा साहिब को देश के 102 प्रदूषित शहरों की सूची में शामिल बताया। साथ ही इन शहरों की हवा में प्रदूषण कम करने के लिए सख्त कदम उठाने को कहा। एयर क्वालिटी मानीटरिंग कमेटी का गठन कर एक्शन प्लान तैयार करने के आदेश दिए थे। इसी आदेश के बाद कमेटी ने कई आईआईटी व विशेषज्ञ संस्थानों से संपर्क किया। दिसंबर तक एक्शन प्लान का समय दिया था।
उद्योग विभाग फैक्ट्रियों और सीमेंट प्लांटों के प्रदूषण को कम करने के लिए प्रयास करेगा। इन क्षेत्रों में वायु प्रदूषण फैलाने वाले उद्योग भी नहीं लगाएंगे। वहीं, निर्माण सामग्री को भी ढककर वाहनों में लाया जाएगा। पीडब्ल्यूडी को सात शहरों में सड़कों के किनारे के कच्चे हिस्से को भी पक्का करने के लिए कहा गया है। वहीं, कृषि व बागवानी उत्पादों के जलने से होने वाले प्रदूषण को रोकने और उन उत्पादों से कंपोस्ट बनाने के लिए प्रोजेक्ट तैयार करने को कहा गया है।