प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल के पहले दिन ही 2019 के लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंक दिया है. समाचार एजेंसी ANI के इंटरव्यू के जरिए पीएम मोदी ने आगामी चुनाव के लिए के लिए अपने राजनीतिक एजेंडा सेट करने के साथ-साथ अपने सियासी मिजाज से भी रूबरू करा दिया है. पीएम ने जिस तरह किसान, जवान और देश से जुड़े मुद्दों पर अपनी बात रखी है, इससे साफ जाहिर है कि इन्हीं मुद्दों को लेकर वो चुनावी रण में उतरेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘देश में अगर कर्ज माफी से किसानों का भला होता है तो यह करना चाहिए, लेकिन ऐसा होता नहीं है. हमें ऐसा माहौल बनाना चाहिए कि किसान कर्ज न लें. किसानों को इन सबसे बाहर निकालने के लिए आवश्यक है कि उन्हें सशक्त बनाना. किसानों को बीज से लेकर बाजार तक सुविधाएं उपलब्ध कराना और हम यह कार्य कर रहें है.’ मोदी के इस बात से साफ है कि वो किसानों की कर्ज माफी जैसा कोई कदम नहीं उठाएंगे बल्कि किसानों को दूसरे तरीके से राहत देने की पहल कर सकते हैं. जबकि कांग्रेस किसानों के कर्ज माफी को लेकर आगे बढ़ रही है. हाल ही चुनाव में उसे इस मुद्दे का फायदा भी मिला है.
पीएम ने कहा, ‘उरी की आतंकी घटना से मैं बेहद बेचैन था. मैंने सेना से कहा कि जितना करना चाहिए उतना करिए. सर्जिकल स्ट्राइक की तारीख दो बार बदली गई. सेना को जो जरूरत थी मुहैया कराया गया. तय किया गया कि सूर्योदय तक जवान लौट आएंगे. देश के जवानों के द्वारा जब सर्जिकल स्ट्राइक की गई तब मुझे लाइव जानकारी मिल रही थी.’ मोदी के इंटरव्यू से साफ हो गया है कि एक बार फिर सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर बीजेपी चुनावी मैदान में उतर सकती है. पीएम ने जिस तरह से कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक पर पहले ही दिन शक करके सेना के सम्मान से जुड़े मुद्दे पर राजनीति किसने की है. इसे साफ जाहिर है कि आने वाले चुनाव में सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र कर कांग्रेस पर निशाना साध सकते हैं.
पीएम मोदी अपने पांच साल के कार्यकाल में चालू की गई जन कल्याण योजनाओं के जरिए जनता का दिल जीतना चाहते हैं. इसके लिए उन्होंने सभी योजनाओं के बारे में इंटरव्यू के दौरान विस्तार से बताया. देश के सभी गावों तक बिजली पहुंचाने और आयुष्मान योजना के जरिए इलाज के लिए पांच लाख रुपए तक की मदद करने का जिक्र किया. जीएसटी को सरल बनाने और राहत देने की बात कही.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर मामले पर पहली बार अपनी बात रखी है. सीधे-सीधे उन्होंने राम मंदिर में देरी के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया. हालांकि, उन्होंने कहा, ‘हम अपने घोषणापत्र में कह चुके हैं कि कानूनी प्रक्रिया के द्वारा राम मंदिर मामले का हल निकाला जाएगा. मैं कांग्रेस के वकीलों से कहना चाहूंगा कि इस मामले में अड़ंगे डालना बंद करें और कानून को अपना काम करने दें.’
2019 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों के एकजुटता को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि आगामी चुनाव जनता बनाम महागठबंधन के बीच होगा. महागठबंधन में जो दल हैं वो एक- दूसरे को बचाने के लिए गठबंधन कर रहे हैं. पीएम ने कहा कि जनता तय करेगी कि कौन देश के हित में सोच रहा है और कौन अपने बारे में.