कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे दर्शकों ने पारम्परिक वाद्य यंत्रों से निकल रहे मधुर संगीत का आनंद लिया. प्रस्तुति की शुरुआत गुंदेचा और उनके साथियों ने ज्योतिर्लिंग परन से की. इस वृन्द से 12 ज्योतिर्लिंगों को प्रणाम किया जाता है.
अखिलेश गुंदेचा और उनके साथियों ने पखावज पर चौताल के अंतर्गत उठान, रेला, परन, सादा, चक्कर दार परन, फरमाइशी चक्रधार आदि की प्रस्तुति दी. प्रस्तुति के दौरान बड़ी संख्या में विदेशी दर्शक भी मौजूद रहे.