उत्तर प्रदेश की एटीएस ने एक ऑपरेशन में जैश-ए-मोहम्मद के दो संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से जिंदा कारतूस 30 जिंदा कारतूस और हथियार बरामद किए है। यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने बताया है कि यह दोनों आतंकी यूपी में जैश-ए-मोहम्मद में लोगों की भर्ती कराने के लिए आए थे।
डीजीपी ओपी सिंह ने पकड़े गए आतंकियों की पहचान शहनवाज निवासी पुलगाम और अकीब अहमद मलिक निवासी पुलवामा के रूप में की है। उन्होंने बताया कि दोनों को यूपी के सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया है और दोनों यहां पर नए आतंकियों की भर्ती के लिए आए थे। उन्होंने बताया कि अकीब अहमद ने कहीं एडमिशन नहीं लिया था और स्टूडेंट के रूप में रह रहा था। डीजीपी ने बताया कि उनके पास से पुलिस को जिहाद्दी चैट मिले है और कुछ फोटो मिले हैं। उन्होंने बताया कि उनमें से एक ग्रेनेड का एक्सपर्ट है और ट्रेनर भी है। उन्होंने कहा कि दोनों को ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लेकर आएंगे और यहां की कोर्ट में पेश करके उनकी रिमांड की मांग करेंगे। ताकि यह खुलासा हो सके कि ये कब से यहां आए है और कितनी लोगों की जैश में भर्ती करा चुके हैं।
देर रात एटीएस की टीम ने देवबंद में ईदगाह के निकट प्राइवेट हॉस्टल में रह रहे विभिन्न मदरसा तलबा को हिरासत में लिया। हिरासत में लिए गए तलबा में 2 कश्मीर के है और पांच उड़ीसा के है। हालांकि बताया जा रहा है अलग-अलग जगह से 10 से 12 तलबा को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। स्थानीय पुलिस कुछ भी नहीं बताया। जबकि अन्य हॉस्टल तलबा का आरोप है कि रात ढाई बजे हॉस्टल में घुसे एटीएस की टीम ने कमरों की तलाशी के दौरान उनसे अभद्रता की है।