जब धनोआ से यह पूछा गया कि कितना नुकसान हुआ, कितने लोग मारे गए, इस पर उन्होंने कहा कि यह सरकार बताएगी. यह काम हमारा नहीं है. उन्होंने कहा कि हम एक लक्ष्य लेकर गए थे, और सटीक निशाना साधा, वहीं पर बम गिराया, जिसके लिए योजना बनाई गई थी.
वायु सेना प्रमुख ने कहा कि हमारे सभी फाइटर प्लेन हर काम के लिए पूरी तरह से सक्षम हैं. सभी को अपग्रेड किया जा चुका है. यह प्रक्रिया चलती रहती है. ऑपरेशन के लिए हिसाब से हम यह तय करते हैं कि किस फाइटर प्लेन से हमें अपने अमुक काम को अंजाम देना है. उन्होंने कहा कि जब विरोधी आपके इलाके में आने की कोशिश करें, तो हमारे पास जो भी उपबल्ध एयरक्राफ्ट होते हैं, उसका उपयोग करते हैं. उस समय यह नहीं देखा जाता है कि कौन से फाइटर प्लेन से हमला करें.
वायुसेना प्रमुख ने कहा कि राफेल लड़ाकू विमान को सितंबर तक भारत के शस्त्र भंडार में आ जाना चाहिए.
धनोआ ने कहा कि जब शत्रु हमला करता है तो जवाब देने के लिए हर मौजूद विमान का इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी विमान का मुकाबला करने के लिए इस्तेमाल किया गया मिग-21 विमान आधुनिक हथियार प्रणाली से लैस एक उन्नत विमान था.विंग कमांडर अभिनंदन पर धनोआ ने कहा कि यदि वह मेडिकल तौर पर फिट रहेंगे, तो उन्हें फिर से उन्हें इसकी इजाजत दी जाएगी. अभी उनकी मेडिकल जांच हो रही है. अंतिम रिपोर्ट आने पर फैसला लिया जाएगा. वायु सेना प्रमुख का यह बयान बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है. क्योंकि कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के कई नेताओं ने ये कहा था कि जंगल में बम गिराया गया है, न कि जहां बताया जा रहा है. वायु सेना ने इन खबरों का खंडन कर दिया है.