आज 6 मार्च को फाल्गुन अमावस्या का विशेष महत्व है। शास्त्रों के अनुसार यह अमावस्या पितरों को खुश करने के लिए काफी शुभ मानी जाती है। अमावस्या को शनि देव का दिन माना जाता है, इसलिए आज के दिन शनिदोष और पितृदोष को दूर करने का उपाय करने से सकारात्मक परिणाम मिलते हैं। इसके अलावा आपका कोई काम रुका हुआ है, तो उसके लिए आज के दिन उपाय करने से शुभ परिणाम मिल सकते हैं।
शनिदोष और पितृदोष दूर करने के उपाय
उड़द या उड़द की छिलकेवाली दाल, काला कपड़ा, तला हुआ पदार्थ एवं दूध गरीबों में दान करें। इस दिन पीपल के पेड़ पर गंगाजल, काला तिल, शक्कर, चीनी, चावल और फूल चढ़ाएं। अमावस्या को शनि देव का दिन कहा जाता है। इसलिए इस दिन शनि देव को नीले रंग का फूल अवश्य चढ़ाएं।
रुके हुए काम के लिए उपाय
अगर आपका कोई काम रुका हुआ है तो फाल्गुनी अमावस्या के दिन भगवान शिव का कच्चे दूध से अभिषेक करें। दूध में काला तिल मिलाएं और उन्हें अर्पित करें।