ऊना में पीजीआइ सेटेलाइट सेंटर का प्रोजेक्ट धरातल पर उतरने जा रहा है। सात मार्च को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा इसका शिलान्यास करेंगे। सेटेलाइट सेंटर में बहुविशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं जनता को मिलेंगी। अब तक जिले के लोगों को उच्च उपचार के लिए पीजीआइ चंडीगढ़, आइजीएमसी शिमला, टांडा मेडिकल कॉलेज व जालंधर जाना पड़ता था। ऊना मुख्यालय से मात्र तीन किलोमीटर की दूरी पर मलाहत में सेटेलाइट सेंटर का निर्माण होगा। इसके लिए 416 कनाल भूमि पीजीआइ के नाम की गई है। इस पर 500 करोड़ की लागत आएगी। अस्पताल में 300 से ज्यादा बेड स्थापित होंगे। 10 से ज्यादा विभागों में मरीजों की विभिन्न बीमारियों का उपचार विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा किया जाएगा। एक हजार पैरा मेडिकल स्टाफ तैनात किया जाएगा।
सेंटर बनने से पीजीआइ चंडीगढ़ में जाने वाले प्रदेश सहित जिला की सीमा से सटे पंजाब क्षेत्र के मरीजों के साथ कांगड़ा, बिलासपुर, हमीरपुर के बड़े हिस्से की जनता को पीजीआइ स्तर का लाभ मिलेगा। हिमाचल से रेफर होने वाले करीब 15 प्रतिशत मरीजों को ऊना में पीजीआइ चंडीगढ़ सेटेलाइट सेंटर के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा।सरकार व पीजीआइ विभाग द्वारा क्षेत्रीय अस्पताल ऊना की तीसरी मंजिल पर सेटेलाइट सेंटर की ओपीडी अगस्त से शुरू कर दी गई है। इसमें स्टाफ सहित चार चिकित्सकों की तैनाती की गई है। इनमें से बहुविशेषज्ञ चिकित्सकों सहित एक एमबीबीएस चिकित्सक की तैनाती की है। मलाहत में बनने वाले पीजीआइ सेटेलाइट सेंटर में गायनोकोलॉजी, जनरल सर्जरी, पीडियाट्रिक्स, ऑप्थेलमोलॉजी, ईएनटी, डेंटल, रेडियोलॉजी तथा डर्मेटोलॉजी समेत विभिन्न 12 विभागों की ओपीडी व पैरा मेडिकल स्टाफ तैनात होगा।
ड्रीम प्रोजेक्ट पीजीआइ सेटेलाइट सेंटर का शिलान्यास केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा करेंगे। जिले के लिए गौरवमयी पल होगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, सांसद अनुराग ठाकुर भी मौजूद होंगे। बहुविशेषज्ञ स्वास्थ्य संस्थान में प्रदेश व जिलावासियों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा। यह सब कुछ प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार के परस्पर तालमेल से संभव हो पाया है।