बता दें कि इस सिलसिले में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव की बीजेपी जनप्रतिनिधियों और विधायकों को चिट्ठी लिखने के बाद सियासत और भी तेज हो गयी है. वहीं इसके जबाब में कांग्रेस ने कहा है कि बीजेपी अपनी हार नहीं पचा पा रही है. यूपीए के कार्यकाल में बनी कई योजनाओं का लोकार्पण प्रधानमंत्री मोदी ने किया है, तो क्या हम लोगों ने उनका सड़कों पर उतरकर विरोध किया है. बीजेपी फासिस्टवादी है और हम लोकतांत्रिक हैं, हमें जनप्रतिनिधियों का सम्मान करना आता है.
भूमिपूजन और लोकार्पण को लेकर चल रही सियासत को लेकर मध्यप्रदेश कांग्रेस की मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा का कहना है कि कांग्रेस के लिए कोई दिक्कत नहीं है. ये घटनाएं बीजेपी के ओछेपन को और सोच को दिखाती है कि किस तरह से बीजेपी को जनता ने नकार दिया, फिर भी बीजेपी ये स्वीकार नहीं कर पा रही है कि सरकार ही शिलान्यास करती है. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की जो सबसे बड़ी सुरंग बनी है, उसे बनाया यूपी की सरकार ने था और लोकार्पण पीएम मोदी ने किया था. तो ऐसा नहीं है कि वहां पर कांग्रेस के कार्यकर्ता लड़ रहे थे.
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के सड़कों पर उतरकर विरोध के बयान पर उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों से कहां दुर्व्यवहार हो रहा है. कांग्रेस लोकतंत्र पर विश्वास करती है, बीजेपी की तरह फासिस्टवादी नहीं है. जो जनप्रतिनिधियों से दुर्व्यवहार करे. जनप्रतिनिधि चाहे पंचायत का हो, लोकसभा,विधानसभा या फिर नगर निगम का हो, उनका सम्मान करना कांग्रेस जानती है.