राजधानी के कई चौराहों पर मुख्यमंत्री कमलनाथ के पोस्टर लगे हैं. इन सभी राजनीतिक पोस्टर्स को तुरंत निकाला जाना चाहिये था. आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद नगर निगम का अमला इन राजनीतिक पोस्टरों को निकालने का काम करता है. इसके लिये निगम की एक टीम रविवार देर शाम कांग्रेस कार्यालय पहुंची थी, जहां लगे पोस्टरों को निकालने की बात पर कांग्रेस नेताओं की निगम कर्मचारियों से बहस भी हुई.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आरोप है कि नगर निगम कर्मचारी सिर्फ कांग्रेस कार्यालय पर लगे नेताओं के पोस्टर ही क्यों निकाल रहे हैं, जबकि बीजेपी कार्यालय के सामने भी भाजपा नेताओं के पोस्टर लगे हुए हैं, लेकिन वहां पर कार्रवाई न करते हुए पक्षपाती रवैया अपनाकर कांग्रेस नेताओं के पोस्टर ही निकाले जा रहे हैं.
लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद प्रशासन हरकत में आया है. आचार संहित लागने के बाद कलेक्टर के निर्देश पर नायब तहसीलदार पलक पिहिड़ा और कोतवाली पुलिस के साथ एक संयुक्त टीम बनायी गयी है, जो शहर में लगे राजनीति पोस्टरों को उतरवाने का काम करेगी. पहले दिन की गयी कार्रवाई में अलग-अलग 20 जगहों के पोस्टर उतारे गये, जबकि कुछ लोग खुद ही पोस्टर निकालते नजर आये.