भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति ने मप्र की 29 सीटों पर तकरीबन सहमति बना ली है। रात 1 बजे तक चली बैठक में मौजूदा सांसदों को ही दोबारा मौका देने पर सहमति बनी है, सिर्फ भोपाल, उज्जैन, शहडोल और धार के मौजूदा सांसद के टिकट कटेंगे। भोपाल में भाजपा प्रदेश महामंत्री विष्णुदत्त शर्मा और महापौर आलोक शर्मा में से एक को टिकट दे सकती है।
कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में यदि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह मैदान में उतरते हैं तो भाजपा नरेंद्र सिंह तोमर को भोपाल से लड़ा सकती है।
केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, राष्ट्रीय महासचिव अनिल जैन, प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे, चुनाव प्रभारी स्वतंत्र देव सिंह, सह प्रभारी सतीश उपाध्याय और संगठन महामंत्री सुहास भगत मौजूद रहे। बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने विदिशा, सागर, खजुराहो और राजगढ़ सीट को फिलहाल होल्ड पर डाल दिया है।
इंदौर सीट से लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन फिर उम्मीदवार होंगी। समिति ने फिलहाल मप्र के 80 फीसदी सांसदों को दोबारा टिकट देने का मन बनाया है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि शनिवार सुबह एक दौर की चर्चा के बाद पहले चरण की सूची जारी करने की तैयारी हो सकती है। समिति ने तय किया है कि शिवराज सिंह चौहान चुनाव लड़ने की बजाय प्रदेश में प्रचार करें। अंतिम निर्णय उन्हीं पर छोड़ा गया है। देवास में पार्टी नया चेहरा उतार सकती है।