एडमिशन एंड फी रेगुलेटरी कमेटी एएफआरसी ने नए सत्र 2019-20 में प्राइवेट कॉलेजों में संचालित मेडिकल, मैनेजमेंट, इंजीनियरिंग सहित सभी प्रोफेशनल काेर्स के लिए नआरआई कोटे की सीट पर एडमिशन लेने वाले छात्रों की फीस तय कर दी है। नआरआई छात्र को एडमिशन लेने के लिए संबंधित कॉलेज की पहले से तयशुदा सामान्य छात्रों की फीस से तीन गुना अधिक फीस चुकाना होगा। इस संबंध में एएफआरसी ने आदेश जारी कर दिया है।
चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा स्टेट नीट पीजी काउंसलिंग 2019-20 आयोजित की जा रही है। इससे पहले कमेटी ने एनआरआई छात्रों के लिए फीस तय करने 26 मार्च को बैठक बुलाई थी। हालांकि, यह फीस न सिर्फ मेडिकल कॉलेज में संचालित पीजी कोर्स के लिए बल्कि सभी प्राइवेट अनऐडेड प्रोफेशनल इंस्टीट्यूट में संचालित विभिन्न कोर्स में एडमिशन लेने वाले एनआरआई छात्र पर लागू होगी।
इसके अनुसार एनआरआई छात्र को वन टाइम सिक्योरिटी डिपॉजिट मनी जमा करना होगा। यह डिपॉजिट मनी एडमिशन के समय पर उसकी फीस का 15 प्रतिशत होगी। यह डिपाजिट री-फंडेबल होगा। एएफआरसी सचिवालय के सचिव व ओएसडी डॉ. आलोक चौबे ने बताया कि एनआरआई छात्रों के लिए फीस तय करने में विभिन्न आधार तय किए गए थे।
सरकारी कॉलेजों का फीस चार्ट भी जारी : नीट पीजी काउंसलिंग में शामिल होने वाले उम्मीदवारों के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग ने सरकारी मेडिकल एवं डेंटल मेडिकल कॉलेजों में संचालित विभिन्न कोर्स की फीस का चार्ट भी जारी कर दी है। इसके अनुसार सेवारत हर उम्मीदवार को नियमित रूप से संबंधित कॉलेजों स्वशासी समिति में जमा करानी होगी।
यह होगी सालाना फीस: डिग्री, ट्यूशन फीस – 50000 रु. डिप्लोमा, ट्यूशन फीस – 50000 रु. छात्र निधि – 1500 रु. कॉशन मनी (दाखिले के समय) – 3000 रु. सुरक्षा निधि, (दाखिले के समय) – 10000 रुपए।