हिमाचल के टूरिस्ट सीजन पर लोकसभा चुनाव का साया मंडराने लगा है। अप्रैल और मई महीने में देश भर में चुनाव के चलते प्रदेश में पर्यटन कारोबार प्रभावित होने की संभावना है। कड़ी सुरक्षा और बंदिशों के चलते सैलानी घूमने से कतरा रहे हैं। प्रदेश में अप्रैल के लिए हुई होटलों की ऑनलाइन बुकिंग भी कैंसल होने लगी है।
अंदेशा जताया जा रहा है कि प्रदेश में इस साल पहले के मुकाबले कम सैलानी आएंगे। हिमाचल में 15 अप्रैल से आधिकारिक तौर पर समर पर्यटन सीजन की शुरुआत होती है। मैदानी राज्यों के मुकाबले हिमाचल में कम तापमान होने के चलते सैलानी पहाड़ों की सैर करने आते हैं। अप्रैल और मई महीने में शिमला, मनाली, डलहौजी, कसौली, खजियार, धर्मशाला सैलानियों से पैक हो जाते हैं।
इस साल लोकसभा चुनाव के चलते पूरे देश में अप्रैल और मई में चुनाव हो रहे हैं। हिमाचल का चुनाव अंतिम चरण में 19 मई को होगा। ऐसे में प्रदेश में सुरक्षा बंदोबस्त अब से लेकर मई माह तक कड़े रहेंगे। गर्मियों की छुट्टियों के दौरान हिमाचल के पहाड़ों में मौज मस्ती के लिए आने वाले सैलानियों को पहले की तरह पुलिस ढील नहीं देगी। इस स्थिति को भांपते हुए इस साल कम सैलानियों के आने की संभावना है।
शिमला के होटल कारोबारी रमेश कुमार और संजय शर्मा ने बताया कि कुछ सैलानियों ने ऑनलाइन बुकिंग को रद्द करवा दिया है। लोकसभा चुनाव को इसका कारण बताया गया है। उन्होंने बताया कि अप्रैल-मई में सिर्फ पड़ोसी राज्यों से वीकेंड के दौरान सैलानियों के आने की संभावना है। उधर, शिमला स्थित टूअर एंड ट्रैवल कंपनी के संचालक मनीष शर्मा ने बताया कि कई सैलानियों ने बीते दिनों करवाई गई एडवांस होटल बुकिंग को रद्द करवा दिया है। ऐसे में इस साल लोकसभा चुनाव के चलते टूरिस्ट सीजन प्रभावित होने के आसार हैं।