ऊना। स्थानीय बाबू जगजीवन राम चेरिटेबल एजूकेशन ट्रस्ट के तत्वावधान में शुक्रवार को सतत शिक्षा कार्यक्रम के तहत तीन दिवसीय कार्यशाला शुरू हुई। कार्यशाला में विद्युत विभाग से सेवानिवृत्त अधिशासी अभियंता जोगिंदर पाल मीलू ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
उन्होंने कहा कि विशेष बच्चों को शिक्षित करके समाज के अन्य बच्चों के साथ हर स्पर्धा में प्रतिभा दिखाने को तैयार करने वाले इन शिक्षकों को बधाई देनी होगी, जो मेहनत के बल पर विशेष बच्चों को इस काबिल बनाते हैं कि वह बड़े होकर खुद अपनी जिम्मेदारी को समझ सकें। उन्होंने कहा कि बाबू जगजीवन चेरिटेबल ट्रस्ट इलाके के लिए मिसाल के तौर पर काम रहा है। ऐसे बच्चों को पढ़ा-लिखाकर योग्य बनाया जा रहा है। संस्थान की प्रबंध निदेशक शंकुतला आर्य के मार्गदर्शन में संस्थान अनुकरणीय कार्य कर रही है। भारतीय पुनर्वास परिषद् उत्तर भारत के सदस्य डॉ. केआर आर्य ने कहा कि विशेष बच्चों में ईश्वरीय दर्शन होते हैं।
समाज को ऐसे बच्चों की मदद के लिए हाथ बढ़ाने चाहिए, ताकि यह बच्चे भी समाज में आत्मनिर्भर बन सकें। तीन दिवसीय कार्यशाला में हिमाचल, पंजाब, चंडीगढ़ तथा हरियाणा से तीस प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। इन विशेष बच्चों को आधुनिक तकनीकी से शिक्षित करने के लिए अपडेट किया जाएगा। शुक्रवार को विशेष गेस्ट अंकुश कुमार तथा राजेश रोशन सेनापति ने इन शिक्षकों को टिप्स दिए।