मंगलवार को सुबह हवा का रुख दक्षिणी पश्चिमी था, जो दोपहर बाद बदल कर उत्तर पश्चिमी हो गया। इस वजह से तपिश बढ़ गई। दोपहर 2.30 बजे तापमान 38.4 दर्ज किया गया, तीन दिन बाद फिर से तापमान में बढ़ोत्तरी होगी। हालांकि 4-5 अप्रैल से फिर तापमान बढ़ेगा।
मौसम वैज्ञानिकों ने तापमान बढ़ने पर तीन संभागों के लिए एडवाजरी जारी की है। बताया गया है कि मंगलवार को सागर, होशंगाबाद और इंदौर संभाग के ज्यादातर जिलों में लू चलेगी। यहां पर लू से बचने की सलाह दी गई है। इसके पहले अप्रैल के पहले ही दिन मौसम के तेवर नरम पड़ गए थे। हालांकि दिन के तापमान में भले 1.4 डिग्री की गिरावट आई है। रात का तापमान एक जैसा बना हुआ है। हालांकि
मौसम वैज्ञानिकों ने भोपाल और आसपास दो-तीन दिन तेज गर्मी से राहत के आसार बताए हैं। इसके बाद फिर तापमान में बढ़ोतरी होगी। सोमवार को दिन का तापमान 38.4 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य से 1 डिग्री ज्यादा रहा। वहीं, मंगलवार को दोपहर 12 बजे तापमान 36 डिग्री दर्ज किया गया। हालांकि दोपहर बाद तापमान में बढ़ोत्तरी की संभावना जताई गई है। सोमवार को रात का तापमान 22.0 डिग्री दर्ज किया गया।
लू चलने पर सावधानी बरतने की सलाह
- सूर्य की किरणों के सीधे संपर्क में आने से बचें।
- हल्के रंग की सूती कपड़े पहने।
- अपने सिर को कपड़े या टोपी से ढककर रखें।
- पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करें।
मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि दक्षिण पूर्वी राजस्थान में 0.9 किमी ऊंचाई पर बने ऊपरी चक्रवात ने गर्म हवा रोकी है। पूर्वी उत्तर प्रदेश से छत्तीसगढ़, पूर्वी मप्र से होती हुई विदर्भ तक बनी ट्रफ लाइन के कारण भी तापमान में कमी आई है।
मध्यप्रदेश समेत पूरे उत्तर मध्य भारत को इस बार गर्मी ज्यादा झुलसा सकती है। मौसम विभाग ने अप्रैल से जून के दौरान इन क्षेत्रों में औसत तापमान सामान्य से 0.5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहने की आशंका जताई है। लू का असर भी ज्यादा रह सकता है। मौसम विज्ञान विभाग ने अगले तीन महीने के लिए यह अनुमान जारी किया है। उसके अनुसार मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र, गोवा और गुजरात में ज्यादा गर्मी पड़ेगी।