CM कमलनाथ ने कहा है घोषणा पत्र गरीब, किसान और नौजवानों के लिए संजीवनी बूटी साबित होगा। कांग्रेस के सत्ता में आने पर देश के 20 प्रतिशत गरीब गरीबी के अभिशाप से मुक्त होकर सम्मानित जीवन जी पाएंगे। इन वर्गों की खुशहाली से देश की तस्वीर बदलेगी।
हर साल 72 हजार और हर माह 6 हजार रुपए देने की कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की घोषणा से देश के गरीबों की खुशहाली का एक नया इतिहास रचा जाएगा। युवाओं को रोज़गार प्रदान की दृष्टि से सार्वजनिक एवं निजी दोनों क्षेत्र में नौकरियो को नंबर एक प्राथमिकता बनाने का वादा किया गया है। सार्वजनिक क्षेत्र में 34 लाख नौकरियां सुनिश्चित करने का लक्ष्य, नौजवानों को 22 लाख नौकरियां सरकारी क्षेत्र में और 10 लाख नौकरियां पंचायतों में देने का वादा, हमारी युवा शक्ति की देश के नव-निर्माण में भागीदारी को न केवल सुनिश्चित करेगी, बल्कि हमारा युवा आत्म सम्मान का जीवन आत्मनिर्भरता से जी सकेगा।
नाथ ने कहा कि हमारा किसान जिस पर देश की अर्थव्यवस्था निर्भर है उनकी कर्जमाफी करके गांधी ने उनके भविष्य को संवारने का मार्ग प्रशस्त किया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने की बात कर समानता और सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कम उठाया गया है। घोषणा पत्र में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 6 प्रतिशत शिक्षा के क्षेत्र में एवं 3 प्रतिशत स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च करने का वादा किया गया है। आदिवासी अनुसूचित जाति के वर्गों के हित में वन अधिकार अधिनियम को अक्षरशः लागू किया जाएगा। एक टैक्स दर की बात , जीएसटी को सरल व आसान बनाने का वादा, निजता व स्वतंत्रता की रक्षा का वादा, संस्थाओं की स्वायत्तता की बहाली जैसे जनहितकारी मुद्दों को ‘हम निभाएंगे’ घोषणा पत्र में शामिल करके पूरे देश के सर्वांगीण विकास का एक सशक्त विजन डॉक्यूमेंट देश की जनता के सामने रखा है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि कांग्रेस का घोषणा-पत्र तो देश की सुरक्षा पर क्रूरतम प्रहार है। ऐसा लगता है कि यह किसी राष्ट्रवादी राजनीतिक दल का वचन-पत्र न होकर दुश्मन देश द्वारा भारत और उसकी सेनाओं को नीचा दिखाने के लिए तैयार किया गया प्लान है। देश की सुरक्षा और कश्मीर जैसे संवदेनशील मामले को लेकर कांग्रेस ने जो बातें कही हैं, उनसे लगता है कि शायद कांग्रेस पाकिस्तान और कश्मीरी अलगाववादियों के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ना चाहती है।
उसने देशद्रोह की धारा 124-ए हटाने की बात कही है, जिससे स्पष्ट होता है कि कांग्रेस का हाथ देशद्रोहियों के साथ है। कांग्रेस ने अफस्पा हटाने की भी बात कही है, साफ है कि वह कश्मीर में सेना के अधिकारों को कम करेगी। ऐसा लगता है कि कांग्रेस ने कश्मीर में अलगाववादियों एवं आतंकवादियों से समझौता कर लिया है।