शनि को न्याय का देवता कहा जाता हैं, न्याय का संबंध धर्म पालन और अच्छे-बुरे कर्म से होता है. मान्यता है कि शनि प्रत्येक मनुष्य को उसके पाप-पुण्य और कर्मों के आधार पर ही उसे फल या दंड देते हैं. आज चैत्र नवरात्र का सातवां दिन है. इस दिन मां दुर्गा के सातवें स्वरूप यानि मां कालरात्रि की पूजा की जाती है. माना जाता है कि मां कालरात्रि की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन की सभी कठिनाईयां दूर हो जाती हैं. ऐसे मे अगर आपके जीवन में शनि की ढैया, साढ़े साती या शनि दशा के कारण कोई परेशानी चल रही हैं तो करें ये उपाय.
शनि की शान्ति के सरल उपाय-
– मां काली को गुड़हल का फूल अर्पित करें.
– इसके बाद “ॐ क्रीं कालिकायै नमः” मंत्र का जाप करें.
– इसके बाद शनि की शान्ति की प्रार्थना करें.
ऊपर बताए गए उपाय करने से आपको शनि की ढैया , साढ़े साती और बुरी दशा से मुक्ति मिल जाएगी. मां कालरात्रि की उपासना शनि शांति का अचूक उपाय है. मां कालरात्रि के प्रसन्न होने पर शनि से जुड़ी हर परेशानी से मुक्ति मिलने के साथ आपके विरोधी भी शांत हो जाएंगे.
मां कालरात्रि की उपासना से लाभ
– शत्रु और विरोधियों को नियंत्रित करने के लिए इनकी उपासना अत्यंत शुभ होती है.
– भय,दुर्घटना और रोगों का नाश होता है.
– नकारात्मक शक्तियों के प्रभाव से बचाती हैं मां कालरात्रि.
– ज्योतिष में शनि को नियंत्रित करने के लिए इनकी पूजा अचूक मानी जाती है.
मां कालरात्रि का सम्बन्ध किस चक्र से है ?
– मां कालरात्रि व्यक्ति के सर्वोच्च चक्र, सहस्त्रार को नियंत्रित करती हैं.
– ये चक्र व्यक्ति को अत्यंत सात्विक बनाता है और देवत्व तक ले जाता है.
– शनि ग्रह का सम्बन्ध इसी चक्र से होता है, इसलिए शनि को मोक्षकारक भी कहते हैं.