हिमाचल दिवस पर राज्य स्तरीय समारोह में पहली बार मलखंभ का भी प्रदर्शन किया जाएगा। 15 अप्रैल को हिमाचल दिवस पर शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान में होने वाले राज्य स्तरीय समारोह में गुरुकुल कुरुक्षेत्र के लगभग 50 विद्यार्थी अपने कौशल का प्रदर्शन करेंगे।
गुरुकुल कुरुक्षेत्र के संरक्षक और हिमाचल के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने बताया कि विद्यार्थी गेम खेलें या नहीं, लेकिन मलखंभ स्वस्थ शरीर के लिए अपने जीवन में शामिल करने से कई बीमारियां दूर होती हैं। आज देश के युवा नशे की गिरफ्त में आ रहे हैं, जो एक चिंता का कारण है।युवाओं की ऊर्जा को रचनात्मक दिशा देने में ऐसी खेल गतिविधियां कारगर सिद्ध होंगी। उन्होंने कहा कि गुरुकुल कुरुक्षेत्र हमारी पारंपरिक व आधुनिक शिक्षा का समावेश है और मलखंभ हमारा पारंपरिक खेल है।
कहा कि मलखंभ का प्रदर्शन ऐसे अवसरों पर होने से अन्य युवाओें को भी प्रेरणा मिलेगी और वह भी अपना कीमती समय इस खेल में देंगे। इस बार चुनावों में फोर्स की व्यस्तता के चलते सिर्फ शिमला स्थित रिज मैदान पर ही कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
राज्यपाल ने बताया कि मध्यप्रदेश सरकार ने मलखंभ को राज्य खेल घोषित किया है और देश के करीब 20 अन्य राज्यों ने भी इस खेल को अपनाया है। कहा कि इस खेल में शामिल बच्चे न केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ रहते हैं, बल्कि बौद्धिक तौर पर भी कुशाग्र हैं।