आसाराम चौराहा स्थित डिवाइडर से टकराने के बाद तेज रफ्तार कार में आग लग गई। आग के कारण कार का सेंट्रल लॉक जाम हो गया, इससे कार सवार आईटी इंजीनियर इसमें फंस गए। गांधी नगर थाने की एफआरवी के स्टाफ ने वक्त रहते कार का कांच तोड़कर इंजीनियर को जिंदा बाहर निकाल लिया नहीं तो बड़ा हादसा हो जाता। जब तक फायर ब्रिगेड की टीम ने आग बुझाई तब तक कार पूरी तरह जलकर खाक हो चुकी थी।
सोमवार तड़के करीब पांच बजे ये हादसा अयोध्या नगर निवासी 22 वर्षीय भूषण मोहड़कर के साथ हुआ। भूषण आईटी इंजीनियर हैं। गांधी नगर पुलिस के मुताबिक रविवार रात भूषण दोस्तों के साथ पार्टी में गए थे। एक दोस्त को गांधी नगर इलाके में कार से ड्रॉप कर वे अकेले घर लौट रहे थे। संत आसाराम चौराहे पर अचानक अनियंत्रित हुई उनकी तेज रफ्तार कार डिवाइडर से जा टकराई। निर्धारित स्थान पर कसा हुआ इंजन थोड़ा पीछे खिसका और इसमें आग लग गई।
आग और धुएं के कारण कार का सेंट्रल लॉक जाम हो गया। भूषण चाहकर भी बाहर नहीं निकल पा रहे थे। तभी गांधी नगर थाने के हवलदार मोहन सोलंकी और सिपाही रामबाबू एफआरवी लेकर यहां पहुंच गए। फायर ब्रिगेड को सूचना देकर दोनों ने जलती हुई कार के कांच फोड़ने शुरू कर दिए। फिर भूषण को बाहर निकाल लिया।
हवलदार मोहन सोलंकी ने अंदाजा लगाया है कि भूषण को नींद का झोंका लगा होगा। इस वजह से कार अनियंत्रित हो गई। जब हम यहां पहुंचे तो उसमें धुएं के साथ चिंगारियां निकल रही थी। इस हादसे के बाद कार का केवल ढांचा ही बचा है, क्योंकि कार पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी। भूषण को भी चोट आई है, उनका एक निजी अस्पताल में इलाज जारी है। भोजपुरी एकता मंच, भोपाल के अध्यक्ष कुंवर प्रसाद ने बताया कि उस वक्त वे घर से अपनी होटल पर जा रहे थे। तभी पुलिसकर्मी भूषण को कार से बाहर निकाल रहे थे। स्टाफ ने जैसे ही भूषण को बाहर निकाला, कार में एक धमाका हुआ और वह धूं-धूं कर जल उठी। आग की लपटें बीस फीट ऊपर तक उठने लगीं। यदि पुलिसकर्मी कुछ सेकंड देर से पहुंचते तो बड़ा हादसा हो जाता।