भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की बयानबाजी से मचे घमासान के बाद आरएसएस के बड़े पदाधिकारियों और चुनिंदा नेताओं की बैठक बुधवार को बिलासपुर में हुई। इसमें चुनावों की आगामी रणनीति के अलावा प्रदेश के ताजा हालातों पर मंथन हुआ। वहीं संघ ने भी साफ कर दिया है कि प्रचार के दौरान सभ्य भाषा का प्रयोग करें। बैठक का महत्व इस बात से लगाया जा सकता है कि सीएम जयराम ठाकुर भी छड़ी के सहारे मंडी से बिलासपुर पहुंचे।
वहीं लोकसभा चुनाव के लिए बनाए गए प्रदेश प्रभारी तीर्थ सिंह रावत और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती भी सीधे आरएसएस की बैठक में पहुंचे हैं।सूत्रों की मानें तो संघ के पदाधिकारियों की एक बैठक हमीरपुर में हुई थी। जहां से पूरी रिपोर्ट तैयार की गई है।इसके बाद बुधवार को बिलासपुर में चर्चा हुई। वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की ओर से हाल ही में दिए गए बयान से देशभर में मचे घमासान पर भी विस्तार से चर्चा की गई है। यह भी मंथन किया गया है कि इस बयान के बाद पार्टी को पहुंचे नुकसान की भरपाई कैसे होगी।
इसके अलावा संघ के पदाधिकारियों ने साफ कर दिया है कि आने वाले चुनाव प्रचार में नेता अभद्र भाषा का प्रयोग नहीं करेंगे जिससे पार्टी और उम्मीदवार की छवि को नुकसान पहुंचे। इसके अलावा डैमेज कंट्रोल कैसे होगा, इस पर भी घंटों मंथन हुआ। इधर, भाजपा के मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने बताया कि बिलासपुर में संघ की बैठक हुई है। इसमें सीएम सहित कई पदाधिकारी पहुंचे। हालांकि, वह बैठक में नहीं थे। ऐसे में बैठक में किस-किस मुद्दे पर बातचीत हुई, वह नहीं बता सकते।