माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. बीके कुठियाला सहित 20 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बाद ईओडब्ल्यू बैकफुट पर दिखाई दे रहा है। एफआईआर होने के बाद भी अभी तक एक भी गिरफ्तारी नहीं की गई है।
वहीं, विश्वविद्यालय से जानकारी मांगी जा रही है। जबकि, ईओडब्ल्यू को शासन द्वारा कराई गई जांच की रिपोर्ट के साथ दस्तावेज भी उपलब्ध कराए जा चुके हैं। उधर, इस कार्रवाई के खिलाफ आवाज उठने लगी है। इस कार्रवाई का विरोध दर्ज कराया जाने लगा है। आरोपी प्रोफेसर्स के समर्थन में आंदोलनात्मक स्वरूप देने की तैयारी की जा रही है। इसके चलते देशभर के विभिन्न विश्वविद्यालय के कुलपतियों ने उपराष्ट्रपति से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। वहीं, यह एफआईआर वापस लेने की मांग की है।
उपराष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन: इनके बचाव में अकेडमीशियंस फॉर फ्रीडम दिल्ली के तत्वावधान में 300 से अधिक प्राध्यापकों सहित 15 से अधिक कुलपति, पूर्व कुलपतियों ने पत्रकारिता विवि में की जा रही कार्रवाई को राजनीतिक दमन करार देते हुए इसके विरुद्ध उपराष्ट्रपति को ज्ञापन सौंप कर हस्तक्षेप की मांग की है। उपराष्ट्रपति इस विवि के विजिटर (कुलाध्यक्ष) हैं। ज्ञापन में देने वाले लोगों में राज्यसभा सांसद प्रो. राकेश सिन्हा सहित विभिन्न विवि के कुलपति शामिल हैं।