नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी (एनएलआईयू) में 28 अप्रैल को कार्यपरिषद की बैठक आयोजित की जाएगी। इस संबंध में सदस्यों को सूचना भेज दी गई है। इसमें पिछली जनरल काउंसिल में लिए गए निर्णय को लेकर चर्चा की जाएगी
इसमें बीएएलएलबी (ऑनर्स) के छात्रों को विभिन्न परीक्षाओं में फेल होने के बाद भी डिग्री देने का मुद्दा एक बार फिर उठने की संभावना है। वहीं, रजिस्ट्रार गिरीबाला सिंह और हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस अभय गोहिल की जांच रिपोर्ट में जिन छात्रों को फेल होने के बाद भी डिग्री अवार्ड करने की गड़बड़ी उजागर हुई उनकी दोबारा परीक्षा कराने के लिए अंतिम निर्णय लिया जा सकता है। ताकि, उनकी डिग्री बरकरार रखी जा सके। जनरल काउंसिल की बैठक 19 जनवरी को हुई थी।
इस मामले में परीक्षा शाखा के असिस्टेंट रजिस्ट्रार रंजीत सिंह को पहले ही बर्खास्त किया जा चुका है। इसके अलावा इस गड़बड़ी में लिप्त और लापरवाही करने वाले एनएलआईयू की फैकल्टी व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के मुद्दे पर चर्चा हो सकती है। इनमें शामिल फैकल्टी इंचार्ज एग्जामिनेशन डॉ. तपन आर. मोहंती से उनके पद से हटाने की बात कही गई थी। लेकिन, इसके बाद भी वे परीक्षा संबंधी गोपनीय कार्य कर रहे हैं। वह भी तब जब परीक्षा संबंधी कार्य के लिए प्रो. मुकेश श्रीवास्तव की अध्यक्षा में कमेटी गठित की जा चुकी है।