प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में बनने वाली न्यू ओपीडी तीन साल बाद भी तैयार नहीं हो पाई है। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने वर्ष 2016 में आईजीएमसी के न्यू ओपीडी का शिलान्यास किया था। इस ओपीडी का लोकार्पण करने के लिए 10 अगस्त 2017 का दिन निर्धारित किया था लेकिन अभी ओपीडी तैयार नहीं हो सकी है।लोक निर्माण विभाग ने दावा किया है कि इस साल जुलाई के अंत तक ओपीडी तैयार हो जाएगी। नक्शे के मुताबिक 13 मंजिला इस न्यू ओपीडी भवन में आईजीएमसी की सारी ओपीडी शिफ्ट की जाएगी। भवन का निर्माण करीब 46 करोड़ से किया जा रहा है।
आईजीएमसी के न्यू ओपीडी भवन के ग्राउंड और पहले फ्लोर पर वाहन पार्किंग की सुविधा होगी। दूसरी मंजिल में सेंट्रल रजिस्ट्रशन, तीसरी मंजिल में स्किन विभाग, चौथी मंजिल में नेत्र विभाग तथा पांचवीं मंजिल में सर्जरी ओपीडी, छठी मंजिल में चेस्ट एंड पल्मोनरी विभाग सातवीं मंजिल में मेडिसन और कार्डियोलॉजी विभाग आठवीं मंजिल में ऑथोपैडिक विभाग, ग्यारहवीं मंजिल में प्लास्टिक सर्जरी, बारहवीं मंजिल में डाक्टरों के कमरे और तेरहवी मंजिल में ऐटिक होगा।
ओपीडी भवन में 100 से अधिक गाड़ियों का पार्किंग की सुविधा भी मिलेगी। साथ ही साथ नगर निगम की ओर से भी ओपीडी के बाहर पार्किंग का निर्माण करेगा। इस पार्किंग के बनने से आईजीएमसी में पार्किंग की समस्या के साथ साथ लोगाें को जाम की समस्या से भी छुटकारा मिलेगा। न्यू ओपीडी भवन के निर्माण का कार्य करीब 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है। ओपीडी में अग्नि शमन यंत्र भी लगाए जा रहे हैं।
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता आरके वर्मा ने बताया कि इस साल जुलाई के अंतिम सप्ताह तक ओपीडी भवन को अस्पताल प्रशासन को सौंप दिया जाएगा। विभाग ने अंतिम चरण का कार्य शुरू कर दिया है।