पूर्व मुख्यमंत्री और भोपाल लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने उन्हें भाजपा प्रत्याशी प्रज्ञा ठाकुर द्वारा आतंकवादी कहे जाने पर पलटवार किया है। सिंह ने कहा है कि मुझे आतंकवादी कहा गया। अगर मैं आतंकवादी हूं तो मुझे जेल में डाल दिया जाए। सिंह ने कहा कि मैंने भगवा आतंकवाद कभी नहीं कहा। हमारे धर्म में जो लोग संन्यासी हो जाते हैं, वे सत्ता के पीछे नहीं भागते। वह वोट मांगने के लिए नहीं जाते।
दिग्विजय शुक्रवार को श्यामपुर के खंडवा गांव में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि तपस्या करने के बाद ही व्यक्ति संत बनता है। उसके लिए त्याग करना होता है। केवल भगवा वस्त्र धारण करने से कोई संत नहीं होता। सिंह ने कहा कि भाजपा को केवल चुनाव के समय ही राम याद आते हैं, बाकी पांच साल उनको राम मंदिर की याद नहीं आती है।
दिग्विजय ने कहा कि जिन्होंने आजादी की लड़ाई नहीं लड़ी वे अपने आप को राष्ट्रवादी बताते हैं। आजादी की लड़ाई हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई, जैन, बौद्ध सबने लड़ी है। कांग्रेस ने यूनिवर्सिटी बनाई, सड़क, बांध, स्कूल, पुल-पुलिया आदि बनाए। लेकिन मोदी कहते हैं कि साठ साल में कुछ नहीं हुआ। वे बताएं यह सब पांच साल में हुआ है क्या।
भाजपा सरकार ने भोपाल के विकास के दावे किए, मगर बिना नियोजन व आधे अधूरे काम ने शहर को ‘दिखावटी विकास’ ही दिया। अधूरी नर्मदा जल प्रदाय योजना और बीआरटीएस का फ्लॉप क्रियान्वयन इसका उदाहरण है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने शहर के हर घर तक नर्मदा का पानी पहुंचाने का वादा किया था, लेकिन 2007 से शुरू काम अब तक पूरा नहीं हो पाया। भाजपा ने ‘दिखावटी विकास’ किया है। दिग्विजय ने शाम को ट्वीट कर युवाओं से वोट डालने की अपील की है।
मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को की गई शिकायत में कहा है कि शुक्रवार को प्रज्ञा ने बैरागढ़ में कहा कि ‘सैनिकों का अपमान न हो, इसलिए भाजपा को वोट दें।’ कांग्रेस द्वारा की गई शिकायत में कहा गया है कि आयोग के स्पष्ट निर्देश हैं कि सेना या सैनिकों का नाम प्रचार में बिलकुल न लिया जाए।