सत्तर वर्ष की उम्र पूरी करने के बाद एक बुड्ढा,
प्रत्येक एक वर्ष बीतने पर, अपनी ही पत्नी से शादी करता था…..!
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बिना किसी रोक-टोक के सारा कार्यक्रम सम्पन्न हो जाता,
और फिर अगले वर्ष सब कुछ वैसे ही दोहराया जाता…….!!
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पूरे गाँव में ये बात कौतुहल का विषय बन गयी……
आखिर में जब एक व्यक्ति से नहीं रहा गया तो उसने पूछ ही लिया :
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बुढ़ऊ….ये क्या बात हूई, की तुम हर साल ब्याह करते हो….
हर साल फेरे लेते हो……
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बुड्ढा बोला : “बस एक ही शब्द” सुनने की खातिर…….!!!!
“कौन सा शब्द…”?
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वहीं जब पंडित जी कहते हैं कि……..
“लड़के को बुलाओ”
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“बस……कसम से मजा आ जाता है……