ऊना के एक स्थान पर प्रवासी मजदूरों की झुग्गियों में लगी आग में एक 7 साल का बच्चा जिन्दा जल गया। घटना के जानकारी मिलते ही पुलिस और फायरब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। मृतक की पहचान बादल कुमार पुत्र सुबोध महतो निवासी भागलपुर (बिहार) के रूप में हुई है।
जिस वक्त यह हादसा हुआ, तब सभी मजदूर काम पर गए हुए थे। झुग्गियों में सिर्फ छोटे बच्चे ही थे। जिन्होंने भागकर अपनी जान बचाई। जबकि सोए होने की वजह से बादल की जिंदा जलने से मौत हो गई। बादल के मां-पिता भी काम पर गए हुए थे।
झुग्गियों में आग कैसे लगी, उसके कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने यहां रिजनल अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है। जानकारी के मुताबिक सोमवार को दोपहर को पंडोगा में प्रवासी मजूदरों की झुग्गियों में अचानक आग भड़क उठी। देखते ही आग ने साथ लगती झुग्गियों को भी अपनी चपेट में ले लिया।
झुग्गियों में रहने वाले बच्चे आग लगने पर तुंरत बाहर निकल गए। जबकि बादल झुग्गी के भीतर सोया हुआ था, जो आग से जिंदा जल गया। स्थानीय लोगों ने फायर ब्रिगेड को सूचित किया। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ी घटनास्थल पर पहुंची और आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक सारा सामान जलकर स्वाह हो गया था। सूचना मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और आगजनी के बारे में जानकारी जुटाई।
हरोली के एसडीएम गौरव चौधरी ने कहा कि प्रशासन ने मृतक के परिवार को सात हजार रुपये की फौरी राहत प्रदान की है। जबकि अन्यों को दो दो हजार रुपये फौरी राहत के तौर पर दिए गए हैं। इसके अलावा प्रभावित परिवारों को दालें और चावल भी दिए गए हैं।