दाऊदी बोहरा समाज में रविवार को पवित्र रमजान माह का आगाज हुआ। समाज के लोगों ने शिद्दत के साथ पहला रोजा रखकर इबादत की। दूसरी ओर रविवार को चांद न दिखने के कारण मुस्लिम समाज में रमजान की शुरुअात मंगलवार से होगी। शहर काजी सै. मुश्ताक अली नदवी ने एेलान कर दिया है कि सोमवार शाम से पहली तरावीह शुरू होगी और मंगलवार को पहला रोजा रखा जाएगा।
दाऊदी बोहरा समुदाय के लोगों ने पहला रोजा रखने के साथ ही मस्जिदों में विशेष नमाज अदा की। हैदरी मस्जिद अलीगंज जुमेराती में फजिर की नमाज आमिल शेख ताहिर अली साहब ने अदा कराई। इसी तरह पुराना सेफिया काॅलेज, मालीपुरा व अन्य स्थानों की मस्जिदों में भी बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों ने नमाज पढ़ी। इसके बाद लोगों ने एक-दूसरे को माहे रमजान की शुरुआत होने पर मुबारकबाद दी। विभिन्न मस्जिदों में नमाज अदा कराने वालों में शेख कुतुबुद्दीन, मुल्ला अब्दुल कादिर, शेख साबिबर मुल्ला शेख सेफुद्दीन व शेख अदनान भाई प्रमुख थे।
बोहरा समाज के प्रवक्ता शेख मुर्तजा अली ने बताया कि समाज की मस्जिदों में नमाज के साथ ही दुअा की गई। इफ्तारी के वक्त जमात खाने में समाज के लोग मौजूद थे। रमाजन शुरू होने से सभी खुश दिखाई दिए। सुबह से शाम तक लोग रमजान की मुबारकबाद भी देते दिखाई दिए।
सोमवार शाम से मस्जिदों में शुरू होगी तरावीह : मसाजिद कमेटी की संस्था रुअते हिलाल कमेटी के सदस्य रविवार शाम मोती मस्जिद स्थित बगिया में शहर काजी सै. नकवी की सरपरस्ती में चांद देखने एकत्र हुए। कमेटी के सेक्रेटरी एसएम सलमान ने बताया कि चांद नहीं दिखाई देने पर शहर काजी ने दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, लखनऊ अादि कई शहरों में फोन लगाकर जानकारी ली, परंतु कहीं से भी चांद दिखने की तस्दीक नहीं हुई। इसके बाद शहर काजी ने एेलान किया कि सोमवार शाम तरावीह शुरू होगी, जबकि रमजान माह का अागाज पहले रोजे के साथ मंगलवार को होगा।
इस मौके पर मुफ्ती अबुल कलाम भी मौजूद थे। जैसे ही लोगों को जानकारी मिली की पहला रोजा मंगलवार को रखा जाएगा, खुशी की लहर दौड़ गई। सभी फोन पर एक-दूसरे को मुबारकबाद देते रहे। इसके पूर्व लोग मुफ्तियों व मौलानाओं को फोन लगाकर चांद दिखने या न दिखने के बारे में जानकारी लेते दिखाई दिए। खबर मिलने पर लोग मस्जिदों में तराबियों की तैयारियों में जुट गए। बाजारों में भीड़ बढ़ गई। लोग जरूरी सामान की खरीद-फरोेख्त करने बाजारों में पहुंचने लगे। रात 11 बजे के बाद भी पुराना शहर की कई दुकानें खुली थी।