मध्यप्रदेश में किसानों की कर्जमाफी के मुद्दे पर भाजपा के आरोप पत्र के जवाब में कांग्रेस ने पलटवार किया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी और राज्य के मंत्री पीसी शर्मा की अगुआई में पार्टी के नेता मंगलवार को शिवराज सिंह चौहान के आवास पर पहुंचे। उन्हें कर्जमाफी के दस्तावेज सबूत के तौर पर सौंपे। कागजात इतने ज्यादा थे कि इन्हें गाड़ी में भरकर ले जाया गया। कांग्रेस नेताओं का दावा है कि पूर्व मुख्यमंत्री को जो दस्तावेज सौंपे गए उनमें किसानों के नाम की सूची, उनके मोबाइल नंबर, कर्जमाफी के सर्टिफिकेट, किस बैंक से लोन लिया गया यह सब जानकारी दी गई।
दरअसल, मध्यप्रदेश में किसानों की कर्जमाफी के मुद्दे पर जमकर सियासत हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी हर सभा में कमलनाथ सरकार को घेर रहे हैं। भाजपा ने शनिवार को आरोप पत्र जारी करते हुए कर्जमाफी को झूठा करार दिया। कांग्रेस ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए चुनाव आयोग में शिकायत की थी।
सुरेश पचौरी ने कहा, ‘‘किसानों की कर्जमाफी का मामला छिपा नहीं है। सारी जानकारी ऑनलाइन है। शिवराज और भाजपा लोगों को गुमराह कर रही है। झूठ परोस रही है। इसलिए हमने आज शिवराज को किसानों की कर्जमाफी से जुड़ी जानकारी दी है।’’ पचौरी ने कहा कि जब शिवराज सत्ता में थे तो उन्होंने किसानों का 50 हजार तक का कर्ज माफ करने का वादा किया था, लेकिन पूरा नहीं किया।
कांग्रेसी नेताओं के रवानगी के बाद शिवराज ने मीडिया से कहा, ‘‘मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुझे कृषि विभाग की किसानों की सूची भिजवाई है। मुझे बैंकों की सूची दीजिए, कर्ज माफ तो बैंक करेंगे। सिर्फ माहौल बिगाड़ने और किसानों को भ्रमित करने से कुछ नहीं होगा। केवल सूची बना देने से कर्जा माफ नहीं हो सकता। 48 हजार करोड़ की बात कहकर 1300 करोड़ दिए हैं, तो कर्जा कैसे माफ होगा?