चित्रकूट में दो जुड़वा भाइयों का अपहरण कर उनकी हत्या करने वाले छह आरोपियों में से एक रामकेश यादव ने यहां की सेंट्रल जेल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस हाईप्रोफाइल मामले में पुलिस ने 6 आरोपियों को पकड़ा था।
रामकेश यादव सतना सेंट्रल जेल में बंद था। जेल प्रबंधन का कहना है कि उसने मंगलवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है, लेकिन आत्महत्या के कारणों का खुलासा अब तक नहीं हुआ है। बताया जा रहा है कि रामकेश यादव ही बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता था। पुलिस का दावा है कि इसी ने बच्चों ने नदी में डुबाकर हत्या की थी।
इस घटना के बाद जेल में हड़कम्प मच गया। शेष 5 आरोपी अभी भी जेल में हैं। फिलहाल जेल प्रशासन की ओर से इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी जा रही है कि ये घटना कैसे हुई। जेल प्रशासन इस मामले के न्यायिक जांच करा रहा है। चित्रकूट के तेल कारोबारी बृजेश रावत के जुड़वां बेटों प्रियांश और श्रेयांस का 12 फरवरी को अपहरण कर लिया गया था। बाद में 20 लाख की फिरौती लेने के बाद भी बदमाशों ने दोनों मासूमों की निर्मम हत्या कर लाशें नदी में फेंक दी थीं।
घटना में लकी उर्फ आलोक सिंह तोमर, शिक्षक रामकेश यादव, उसके मामा पिंटू उर्फ पिंटा और विक्रमजीत सिंह नामक आरोपी भी वारदात में शामिल रहे। इन्हीं में से एक रामकेश ने जेल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस आत्महत्या के मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर रही है।