देश गालीभक्ति से चलेगा या राष्ट्रभक्ति से चलेगा?’ मध्यप्रदेश के रतलाम में अपनी चुनावी रैली में प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. पीएम मोदी ने सैम पित्रोदा के बयान का फिर जिक्र किया, जिसमें 1984 के सिख दंगों को के विषय में पित्रोदा ने कहा था कि ‘हुआ तो हुआ’. पीएम मोदी ने कहा कि ये हमारे संस्कार हैं, ये रतलाम के संस्कार हैं, कि हम मां भारती के वंदन से अपना काम शुरु करते हैं, लेकिन हमेशा याद रखिएगा, कांग्रेस को भारत माता की जय से दिक्कत है. पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें मुझे गाली देने में खुशी होती है लेकिन भारत माता की जय नहीं बोल सकते.
पीएम मोदी ने कांग्रेस के कार्यकाल में हुए घोटाले का जिक्र करते हुए कहा इसके लिए कांग्रेस का एक ही जवाब है, ‘हुआ तो हुआ’. उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले यहां के सपूत लेफ्टिनेंट धर्मेंद्र सिंह जी ने आग के दौरान अपने युद्धपोत को बचाते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है. मैं उन्हें और उनके परिवार को नमन करता हूं. लेकिन दूसरी तरफ कांग्रेस का नामदार परिवार है. ये लोग पिकनिक के लिए देश के युद्धपोत का इस्तेमाल करते हैं. जब सवाल उठते हैं तो वो कहते हैं, ‘हुआ तो हुआ’. पीएम मोदी ने कहा कि बोफोर्स तोप घोटाले, पनडुब्बी घोटाले, हेलीकॉप्टर घोटाले पर कांग्रेस का जवाब है, ‘हुआ तो हुआ’.
अपने भाषण में पीएम मोदी सेना की स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि इनके (कांग्रेस) राज में, हमारे वीर सपूतों को बुलेटप्रूफ जैकेट तक नहीं मिल पाती थी. आतंकी हमलों में, नक्सली हमलों में हमारे वीर साथी अपनी जान गंवा देते थे. ये लोग कहते थे, ‘हुआ तो हुआ’. पीएम मोदी ने भोपाल गैस कांड और कॉमनवेल्थ घोटालों का जिक्र किया और कहा कि इस पर भी कांग्रेस का जवाब यही होता है, ‘हुआ तो हुआ’
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के नामदारों की सरकार की गलत नीतियों के कारण देशभर में आए दिन बम धमाके होते थे. बम फोड़ने वालों के तार सीमापार पाकिस्तान तक जाते थे. लेकिन कांग्रेस ने क्या किया? वो कहती रही, ‘हुआ तो हुआ’. इतना ही नहीं, इन लोगों ने हिंदु आतंकवाद का एक नया शिगूफा गढ़ दिया. ज्ञात हो कि भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी की ओर से प्रज्ञा ठाकुर मैदान में है जबकि कांग्रेस की ओर से दिग्विजय सिंह अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
मध्य प्रदेश की रतलाम लोकसभा सीट पर 2014 में हुए चुनाव में BJP के दिलीप सिंह भूरिया ने जीत हासिल की थी. उन्हें 5,45,970 वोट मिले थे और 4,37,523 वोट पाकर कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया दूसरे पायदान पर रहे थे. रतलाम लोकसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. रतलाम लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली विधानसभा सीटें रतलाम शहर, अलीराजपुर, जोबट, झाबुआ, थांदला, पेटलावद, रतलाम ग्रामीण और सैलाना हैं. ये सभी विधानसभा सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं