मध्य प्रदेश बीजेपी के नेता अनिल सौमित्र को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है. अनिल सौमित्र ने महात्मा गांधी को लेकर विवादित बयान दिया था. अनिल सौमित्र ने अपने फेसबुक पर पोस्ट किया था, महात्मा गांधी राष्ट्रपिता थे, लेकिन पाकिस्तान राष्ट्र के. भारत राष्ट्र में तो उनके जैसे करोड़ों पुत्र हुए. कुछ लायक तो कुछ नालायक.
सौमित्र ने कहा था कि कांग्रेस ने उनको राष्ट्र का पिता बताया, राष्ट्र का कोई पिता नहीं होता पुत्र होता है. चर्च में होते हैं फादर, कांग्रेस ने उसका हिंदी रूपांतरण पिता कर दिया.
सौमित्र ने आगे कहा कि रही बात पाकिस्तान की तो उसका निर्माण गांधी जी के प्रयासों से हुआ. जिन्ना और नेहरू के सपनों को उन्होंने साकार किया. हम गांधी जी के विचारों को बढ़ाने वाले लोग हैं. हम संघ के स्वयं सेवक के रूप में रोज़ प्रातः उनका नाम लेते हैं.
इससे पहले गुरुवार को भोपाल से भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को ‘देशभक्त’ बताया था. जिसको लेकर काफी विवाद हो गया था.
प्रज्ञा ने कहा था, ‘नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, देशभक्त हैं और देशभक्त रहेंगे.’ प्रज्ञा ने कहा था. ‘नाथूराम गोडसे को आतंकवादी कहने वाले लोग अपने गिरेबां में झांक कर देखें. ऐसे लोगों को इस चुनाव में जवाब दे दिया जाएगा.’हालांकि देर रात उन्होंने अपने इस बयान पर माफी मांग ली थी. प्रज्ञा ने ट्वीट किया, ‘मैं नाथूराम गोडसे के बारे में दिये गए मेरे बयान के लिए देश की जनता से माफ़ी मांगती हूं . मेरा बयान बिल्कुल ग़लत था. मैं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का बहुत सम्मान करती हूं.’