प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट में अरुण जेटली शामिल नहीं होंगे. अरुण जेटली ने अपने फैसले की जानकारी पीएम मोदी को पत्र लिखकर दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर जेटली ने कहा कि वह स्वास्थ्य संबंधी कारणों के चलते नयी सरकार में मंत्री पद की जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते. बता दें, अरुण जेटली की खराब तबीयत को देखते हुए पहले से चर्चा थी कि वह पीएम मोदी के कैबिनेट में शामिल नहीं होंगे.
पत्र में जेटली ने लिखा है, ‘पिछले 18 महीनों से मेरी तबीयत ज्यादा खराब है. जब आप चुनाव प्रचार के बाद केदारनाथ के लिए निकल रहे थे तो मैंने आपको जानकारी दी थी कि मुझे सारी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया जाए, ताकि मैं मेरे स्वास्थ्य पर ज्यादा अच्छे से ध्यान दे सकूं.’
बता दें, सरकार ने रविवार को कहा छा कि केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली का स्वास्थ्य बिगड़ने संबंधी खबरें पूरी तरह से गलत और आधारहीन हैं. मीडिया को इस तरह की अफवाहों से दूर रहना चाहिए। जेटली के स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया था कि जेटली के राजग सरकार के दूसरे कार्यकाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल का हिस्सा बनने की संभावना नहीं है.
दरअसल, उनके कमजोर स्वास्थ्य की वजह से उन्हें उपचार के लिए अमेरिका या ब्रिटेन आना-जाना पड़ सकता है. सूत्रों ने कहा कि जेटली, 66 वर्ष, ‘बहुत कमजोर’ हो गए हैं. पिछले सप्ताह उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया जहां उनकी जांच हुई और इलाज हुआ. ह भारतीय जनता पार्टी मुख्यालय में आम चुनाव में जीत के जश्न में शामिल नहीं हो सके.