विधानसभा चुनाव और फिर उसके बाद लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में प्रचार करने वाले कंप्यूटर बाबा को कमलनाथ सरकार ने आखिरकार सरकारी तोहफा दे ही दिया. कंप्यूटर बाबा को मध्यप्रदेश सरकार ने नर्मदा नदी न्यास का अध्यक्ष बनाया है. मंगलवार को कम्प्यूटर बाबा ने बाकायदा मंत्रालय में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पदभार भी ग्रहण कर लिया.
इस दौरान उनके साथ भोपाल से कांग्रेस उम्मीदवार रहे दिग्विजय सिंह और विधि मंत्री पीसी शर्मा भी मौजूद रहे. पदभार ग्रहण करने के बाद कंप्यूटर बाबा ने नर्मदा नदी से जुड़ी शिकायतों और सुझाव के लिए टोल फ्री हेल्प लाइन नम्बर भी जारी किया. नर्मदा नंबर से जुड़ा टोल फ्री नंबर
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के दौरान कंप्यूटर बाबा ने कांग्रेस के पक्ष में खूब प्रचार किया था. इस दौरान वे भोपाल से उम्मीदवार दिग्विजय सिंह के लिए प्रचार करते भी देखे गए थे. दिग्विजय सिंह के लिए तो कंप्यूटर बाबा ने यज्ञ से लेकर संतों को साथ में लेकर रोड शो तक किया था.
कंप्यूटर बाबा का पूरा नाम नामदेव दास त्यागी है. मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार के कार्यकाल में कंप्यूटर बाबा ने दूसरे साधुओं के साथ मिलकर ‘नर्मदा घोटाला रथ यात्रा’ भी निकाली थी, जिसके बाद कंप्यूटर बाबा समेत पांच साधुओं को राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया था. हालांकि विधानसभा चुनाव के ठीक पहले कंप्यूटर बाबा ने अपने पद से इस्तीफा देकर कांग्रेस को समर्थन दे दिया था.