नाथूराम गोडसे पर दिए बयान पर सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने अपनी पार्टी बीजेपी की अनुशासन समिति को जवाब भेज दिया है. प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था जिस पर काफी विवाद हुआ. बाद में पार्टी ने प्रज्ञा के बयान से किनारा कर लिया और उनसे जवाब तलब किया था.
नोटिस का जवाब देते हुए साध्वी प्रज्ञा ने कहा, अब मैं अनुशासन में रहूंगी, होना भी चाहिए क्योंकि पार्टी का अपना एक अनुशासन है. गोडसे को देशभक्त बताने वाले विवाद पर अनुशासन समिति ने जवाब मांगा था. प्रज्ञा सिंह को 10 दिन के अंदर अनुशासन समिति को रिपोर्ट देनी थी. प्रज्ञा के विवादित बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि वे मन से उन्हें कभी माफ नहीं कर पाएंगे. प्रज्ञा ने यह भी कहा है कि जब अवसर आएगा तो वे प्रधानमंत्री से मिलेंगी और भोपाल की समस्याएं निपटाने के लिए आग्रह करेंगी.
लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान आगर-मालवा में रोड शो करने पहुंचीं प्रज्ञा से जब पत्रकारों ने फिल्म अभिनेता और तमिलनाडु की राजनीति में सक्रिय कमल हासन के गोडसे को लेकर दिए बयान पर प्रतिक्रया मांगी थी तो उन्होंने कहा, “नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, हैं और रहेंगे. आतंकवादी कहने वाले लोग स्वयं के गिरेबान में झांककर देखें, अबकी चुनाव में ऐसे लोगों को जवाब दे दिया जाएगा.”
उनके बयान पर हंगामा होने के बाद बीजेपी ने इसकी निंदा की और इस विवादास्पद बयान के लिए उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के लिए कहा. बीजेपी प्रवक्ता जी.वी.एल. नरसिम्हा राव ने कहा, “हम उनके बयान से पूरी तरह से असहमत हैं और इसकी कड़ी निंदा करते हैं. बीजेपी उनसे पूछेगी कि क्यों उन्होंने ऐसा बयान दिया. यह उनके लिए सही होगा कि वह इस आपत्तिजनक बयान के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगें.”
भोपाल ससंदीय क्षेत्र में प्रज्ञा ठाकुर का मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से था. यहां 12 मई को मतदान हुआ और नतीजे 23 मई को आए. प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने भारी मतों से दिग्विजय सिंह को हराया. c