लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार की समीक्षा के लिए शनिवार को कोर कमेटी की बैठक बुलाई गई है। मुख्यमंत्री निवास में शाम सात बजे से होने वाली बैठक मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की अध्यक्षता में होगी। इसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी शामिल होंगे।
सूत्रों के मुताबिक, कोर कमेटी में नए प्रदेश अध्यक्ष और संगठन में बदलाव पर भी चर्चा होगी। हाल में दिल्ली दौरे से लौटे कमलनाथ की प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के नामों को लेकर राहुल गांधी से भी चर्चा हुई है। संगठन को लेकर कुछ खास घोषणा हो सकती है।
कांग्रेस कोर कमेटी में प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के चार महीने बाद ही लोकसभा चुनाव में हार पर समीक्षा के साथ भाजपा द्वारा अल्पमत सरकार का जो प्रचार किया जा रहा है उससे निपटने की रणनीति पर भी विचार किया जाएगा। भाजपा द्वारा सरकार को अस्थिर करने के प्रयासों की सूचनाओं के आधार पर असंतुष्ट कांग्रेस विधायकों व सहयोग दल व निर्दलीय विधायकों को किस तरह अपने साथ रखा जाए, इस पर भी चर्चा होगी।
अभी कांग्रेस के केपी सिंह, बिसाहूलाल सिंह, राजवर्धन सिंह, दिलीप गुर्जर असंतुष्ट हैं तो निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा भैया व विक्रम सिंह राणा भी मंत्री बनाए जाने के लिए गाहे-ब-गाहे नाराजी का इजहार करते रहते हैं। वहीं, सहयोगी दल बसपा-सपा का फैसला उनके राष्ट्रीय नेतृत्व को करना है और उनसे बातचीत कर दलों के नेताओं को सरकार में मौका दिए जाने पर चर्चा हो सकती है।
कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया कोर कमेटी की बैठक में भाग लेने के लिए शुक्रवार को रात भोपाल पहुंच गए। इसके साथ ही कोर कमेटी के सदस्यों में सिंधिया, दिग्विजय सिंह, सुरेश पचौरी, अरुण यादव, भूरिया, तन्खा, अजय सिंह, रामनिवास रावत और चौधरी जैसे वे नेता भी शामिल होंगे, जो हाल ही में विधानसभा और लोकसभा चुनाव हारे हैं।