कमला नगर पुलिस ने गुरुवार रात संदिग्ध अवस्था में एक किशोरी को दो युवकों के साथ पकड़ा। इसके बाद मामले काे रफादफा करते हुए उसे तथाकथित बुआ सौंप दिया। बाल कल्याण समिति ने पुलिस को किशोरी को गौरवी में पहुंचाने के आदेश दिए हैं। वहीं बाल अायाेग ने अाईजी से जांच रिपाेर्ट तलब की है।
कमला नगर पुलिस ने गुरुवार रात एक संदिग्ध किशोरी को दो युवकों व एक अन्य के साथ रिवाल्वर के साथ रोशनपुरा से पकड़ा था। पुलिस ने किशोरी से न तो उम्र की जानकारी ली और न ही उसे सखी वन स्टॉप क्राइसिस पहुंचाया। पुलिस ने युवक द्वारा बुलाई गई एक तथाकथित बुआ को किशोरी को सौंप दिया। इस मामले की जानकारी लगने के बाद बाल कल्याण समिति ने थाना प्रभारी से मामले की जानकारी ली तो उन्होंने कहा कि यह थाने का मामला है आपके सामने किशोरी को क्यों पेश करें। इस पर समिति सदस्य ने टीआई को आदेशित किया कि किशोरी को ढूंढकर गौरवी वन स्टॉप क्राइसिस पहुंचाएं। वहीं, बाल आयोग के सदस्य ब्रजेश चौहान ने आईजी से एक हफ्ते में जांच रिपोर्ट मांगी है।
समिति के सदस्य के मुताबिक एक किशोरी रात डेढ़ बजे के आसपास भदभदा रोड पर थी। उसके साथ दो युवक थे, जो किसी बात पर किशोरी के साथ विवाद कर रहे थे। यहां से गुजरे एक व्यक्ति ने कार रोककर जब तीनों से बात करना चाही तो लडके ने उसे धमकाया। इस पर उस व्यक्ति ने रिवाॅल्वर निकाल ली। पूरी घटना को यहां पर माैजूद कुछ लाेगाें ने देखा और कमला नगर पुलिस को सूचना दी। पुलिस को देखकर दोनों लड़के, किशोरी अाैर रिवाॅल्वर दिखाने वाले व्यक्ति की ही कार में बैठकर भागने लगे। पुलिस ने पीछा उन्हें रोशनपुरा चौराहे पर ओवरटेक करके रोका इसके बाद पुलिस ने थाना लाकर पूछताछ की। रिवाल्वर कब्जे में ली। इसके बाद किशोरी को छोड़ दिया था। जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के मुताबिक संदिग्ध अवस्था या अकेले घूमते मिलने वाले नाबालिग बच्चों को रात को शेल्टर होम ले जाना हाेता है। उसके बाद उन्हें समिति के सामने पेश करना चाहिए। समिति के आदेश के बाद ही बच्चों को परिजनों को सौंपा जा सकता है।