हिमाचल में बिजली की नई दरें शनिवार को घोषित हो सकती हैं। बिजली बोर्ड ने घाटे का हवाला देते हुए दरें बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है। बीते दो साल से हिमाचल में घरेलू बिजली महंगी नहीं हुई है।
बोर्ड की दलीलों और आय-व्यय के अंतर को देखते हुए इस साल बिजली दरें बढ़ने की संभावनाएं बहुत अधिक हैं। राज्य विद्युत नियामक आयोग ने दरें तय करने का काम लगभग पूरा कर लिया है। पहली अप्रैल 2019 से नई दरें लागू होंगी। उपभोक्ताओं से बैकडेट से बढ़ी हुई दरों पर शुल्क आने वाले महीनों के बिजली बिलों में एडजस्ट किया जाएगा। हिमाचल में साल 2016 में घरेलू बिजली की दरें 3.5 फीसदी बढ़ाई गई थी।
इससे पूर्व साल 2014-15 में बिजली दरों को बढ़ाया गया था। साल 2017-18 में चुनावी साल होने के चलते दरों में कोई इजाफा नहीं हुआ। 2018-19 में लगातार दूसरे साल भी प्रदेश में घरेलू बिजली की दरें नहीं बढ़ी थीं। ऐसे में संभावित है कि हिमाचल में इस साल बिजली महंगी हो सकती है। राज्य बिजली बोर्ड को अपने खर्च पूरे करने के लिए साल 2019-20 में 5801.58 करोड़ राजस्व की जरूरत है। साल 2018-19 के मुकाबले बोर्ड का खर्च 512.32 करोड़ बढ़ने की संभावना है।