भारतीय जनता पार्टी के ‘बल्लामार’ विधायक आकाश विजयवर्गीय को भले ही जेल से ज़मानत मिल गई हो, लेकिन उनकी चर्चा अभी भी हर जगह हो रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसदीय दल की बैठक में आकाश को फटकार लगाई तो उसका असर भी दिखना शुरू हो गया है. आकाश विजयवर्गीय अब मीडिया से भी दूरी बना रहे हैं, यहां तक कि वह अपने घर से भी बाहर नहीं आ रहे हैं. मंगलवार को उन्हें एक बैठक में हिस्सा लेना था, लेकिन उन्होंने इससे दूरी ही बनाई.
मंगलवार को आकाश विजयवर्गीय को इंदौर में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता अभियान समिति की बैठक में हिस्सा लेना था, लेकिन वह नंदानगर स्थित घर से ही नीचे नहीं आ रहे हैं. बता दें कि मंगलवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आकाश से जुड़े मामले पर बयान दिया है और अपनी सख्ती दिखाई है.पार्टी सूत्रों की मानें तो एक हफ्ते में पार्टी की अनुशासन समिति की तरफ से आकाश विजयवर्गीय को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा. आकाश के जवाब के बाद ही पार्टी की तरफ से उनपर कोई फैसला लिया जाएगा.
राजधानी दिल्ली में हुई भारतीय जनता पार्टी की संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने आकाश विजयवर्गीय के बल्ला कांड पर सख्ती दिखाई. बैठक में पीएम ने कहा कि किसी का भी बेटा हो लेकिन इस तरह की हरकत नहीं करनी चाहिए, उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा देना चाहिए. प्रधानमंत्री की सख्ती यहां ही नहीं रुकी, उन्होंने कहा कि जो भी नेता इस तरह के नेताओं का समर्थन करते हैं उन्हें भी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा देना चाहिए. पीएम की इसी सख्ती का असर दिखना शुरू भी हो गया है.
बता दें कि 26 जून को जब इंदौर नगर निगम के अधिकारी एक जर्जर मकान तोड़ने पहुंचे तो आकाश विजयवर्गीय ने अपने समर्थकों के साथ निगम अधिकारी के साथ बदसलूकी की. इतना ही नहीं उन्होंने अधिकारी पर बल्ले से हमला किया और उनके साथ मारपीट की. आकाश का ये वीडियो जबरदस्त वायरल हुआ था, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. आकाश विजयवर्गीय को 14 जून की हिरासत में भेज दिया गया था, लेकिन इसी रविवार (30 जून) को उन्हें ज़मानत मिल गई थी. उनकी घर वापसी पर उनके समर्थकों ने हवाई फायरिंग की थी और जमकर जश्न मनाया था. पीएम मोदी ने आकाश का स्वागत करने वालों पर भी गुस्सा जताया है.