इस बार सूर्यग्रहण 02 जुलाई को लग रहा है. भारतीय समय के अनुसार यह 02 जुलाई रात 10.25 पर आरम्भ होकर 03 जुलाई को प्रातः 03.20 बजे समाप्त होगा. इस ग्रहण की कुल अवधि लगभग 04 घंटे 55 मिनट की रहने वाली है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह ग्रहण मिथुन राशि और आर्द्रा नक्षत्र में लगने वाला है. हालांकि यह पूर्ण सूर्यग्रहण बताया जा रहा है लेकिन भारत में लोग इसे नहीं देख सकेंगे.
जब सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा आ जाता है तो उसे सूर्य ग्रहण कहते है. जब सूर्य पूर्ण रूप से दिखना बंद हो जाता है तो उसे पूर्ण सूर्य ग्रहण के नाम से बुलाया जाता है.
इस सूर्यग्रहण की विशेषताएं क्या हैं ?
1 यह ग्रहण पूर्ण सूर्यग्रहण है.
2 यह ग्रहण ज्यादातर चिली, अर्जेंटीना, पैसिफिक और दक्षिण अमेरिका, और ब्राज़ील में दृश्य होगा.
3 भारत और पडोसी देशों में इसके दर्शन नहीं होंगे.
4 चूंकि इसका दर्शन नहीं होगा, अतः सूतक आदि के नियम इस पर लागू नहीं होंगे.
5 सूर्य के विशेष रूप से प्रभावित होने की वजह से इसका असर हर राशि पर होगा.
6 सूर्य ग्रहण का असर हर राशि पर लगभग 15 दिनों तक बना रहेगा.
अगर ग्रहण के नकारात्मक असर से बचना चाहते हैं तो करें ये उपाय-
1 ग्रहण के दिन सूर्य मंत्र का अधिक से अधिक जप करें.
2 ग्रहण के अगले दिन तांबे के बर्तन, लाल वस्त्र और गेंहू का दान करें.
बता दें, इस बार अर्जेंटीना और चीली जैसे देशों में ही पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखेगा. जबकि उरुग्वे, पराग्वे, इक्वाडोर और ब्राज़ील के इलाकों में लोग आंशिक सूर्य ग्रहण ही देख पाएंगे. वहीं भारत में लोग सूर्य ग्रहण बिल्कुल नहीं देख पाएंगे.बताया जाता है कि इस सूर्यग्रहण के बाद अब अगला सूर्यग्रहण 14 दिसंबर 2020 को लगेगा. खास बात यह है कि उस बार भी इस ग्रहण का असर चीली और अर्जेंटीना में ही दिखेगा.