दो दिन से जबलपुर में हो रही मूसलाधार से जन-जीवन प्रभावित हो गया है। यहां 24 घंटे में 180 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में भी ऐसी ही भारी बारिश की संभावता जताई है। प्रशासन ने अलर्ट घोषित कर दिया है। छतरपुर आर बैतूल के सरकारी अस्पतालों में बारिश का पानी भर गया है। जबलपुर में हो रही भारी बारिश से जनजीवन पर असर पड़ा है। निचली बस्तियों में पानी भर गया है। शहर का ड्रेनेज सिस्टम फेल होने की वजह से पॉश कॉलोनियों सहित अन्य रहवासी बस्तियों में भी पानी भर गया है।
भारी बारिश से छतरपुर सरकारी अस्पताल में महिला वार्ड में पानी भर गया। आनन-फानन में गर्भवती महिलाओं को वार्ड की गैलरी में शिफ्ट किया गया है। उत्तरप्रदेश के महोबा जिले से आई महिला ने बताया कि उनके सारे कपड़े और सामान भीग गए हैं। उनकी बहू को प्रसव पीड़ा हो रही है। वह बैंच पर बैठी तड़फ रही है। वही अस्पताल में जांच कराने आई गर्भवती महिलाएं इस पानी में फंसकर रह गई हैं उनका कहना है कि सब जगह पानी भरा हुआ है। यहां भी डॉक्टरों के चेम्बरों स्टाफ के रूम, बरामदे, गैलरी, पोर्च, में बारिस का पानी भर गया है। जिसे आनन फानन में वाईपर और झाड़ूओं की सहायता से बाहर निकाला जा रहा है।
देर रात तेज बारिश से एमवाय अस्पताल की प्रथम मंजिल से लेकर तलघर तक पानी भर गया। बेसमेंट स्थित एक्स-रे रूम तक पानी पहुंच गया था। अस्पताल में पानी घुसने से मरीजों का परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं रातभर हुई बारिश से कई निचले क्षेत्रों में पानी घरों में घुस गया। बीरटीएस सहित कई सड़कों ने तो नाले का रूप ले लिया। बारिश के कारण सड़क पर घुटनों तक पानी बह निकला।
जबलपुर 180.0, गुवा, 13.0, रतलाम 42.2, उज्जैन 35.0, शाजापुर 17.0, उमरिया 44.4, खजुराहो 38.6, दतिया 4.8, इंदौर 61.8, होशंगाबाद 13.0 भोपाल 15.7, बैतूल 33.2 ग्वालियर 33.4, टीकमगढ़ 7.0, सागर 38.0, रायसेन 8.2, दमोह 73.0, नौगांव 31.4, सचना, 34.2, रीवा, 15.2, सीधी 11.8, खंडवा 109.0, खरगौन 27.2, धार 23.8, नरसिंहपुर 53.0, सिवनी 40.4, मंडला में 25.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। इन जिलों में बारिश का सिलसिला अभी जारी है।
मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र तीव्र कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील होकर आगे बढ़ रहा है। इसके साथ ही एक ऊपरी हवा का चक्रवात भी बना हुआ है। इन दोनों सिस्टम के असर से पूर्वी मध्यप्रदेश में बारिश हो रही है।उधर दक्षिणी गुजरात पर बने ऊपरी हवा के चक्रवात से दक्षिणी मध्यप्रदेश में बड़े पैमाने पर नमी आ रही है। इससे प्रदेश के दक्षिणी क्षेत्र में भी तेज बौछारें पड़ रही हैं।मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक बंगाल की खाड़ी से आगे बढ़ा सिस्टम वर्तमान में तीव्र कम दबाव का क्षेत्र बनकर दक्षिण झारखंड,पश्चिम बंगाल और उत्तरी उड़ीसा पर सक्रिय है। साथ ही इसी स्थान पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात भी बना है। इस वजह से मानसून को काफी ऊर्जा मिल रही है। इससे पूरे प्रदेश में अच्छी बरसात होने की संभावना है। इसके प्रभाव से 2-3 दिन में मानसून प्रदेश के शेष हिस्सों को भी कवर कर सकता है।