दौलतपुरा में जमीन के नीचे मिली हनुमानजी की प्रतिमा को लेकर हिंदू संगठन और प्रशासन आमने-सामने आ गया है। हिंदू संगठनों ने प्रतिमा को पांच दिन में लौटाने का समय दिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि प्रतिमा नहीं लौटाई गई तो 8 जुलाई को शहर बंद कराएंगे। इसके लिए प्रशासन जवाबदार रहेगा। वहीं प्रशासन का कहना है जांच के लिए प्रतिमा पुरातत्व विभाग को सौंपी है। इसमें समय लगेगा। पुरातत्व विभाग की जांच के बाद यह तय करेंगे की प्रतिमा देना है या नहीं।
दौलतपुरा में 27 जून की दोपहर दरगाह से कुछ दूरी पर जमीन में हनुमानजी की प्रतिमा नजर आई थी। यहां से गुजर रहे युवकों ने सिंदूरी रंग का पत्थर देखकर जमीन की खुदाई की तो प्रतिमा निकली। इसके बाद लोगों ने यहां पूजा-पाठ शुरू कर दी। पुलिस-प्रशासन तक यह बात पहुंचते ही अधिकारी मौके पर पहुंचे और प्रतिमा उठाकर थाने ले गए। पंचनामा बनाकर प्रतिमा जांच के लिए पुरातत्व विभाग को सौंप दी। तब हिंदू संगठनों ने मंगलवार तक प्रतिमा लौटने की बात कही थी। मंगलवार को प्रतिमा नहीं लौटाने पर सुबह 11 बजे शिकारपुरा गेट पास 200 से ज्यादा युवा आ जुटे। युवाओं के एकत्र होने और थाने में विरोध करने की सूचना पर तहसीलदार और पुलिस अधिकारी पहुंचे और युवाओं को समझाइश दी। मौके पर एसडीएम प्रगति वर्मा भी आ रहीं थीं, लेकिन भीड़ देखकर उनका वाहन सीधे शिकारपुरा पुलिस थाने की ओर चला गया।
बजरंग दल संयोजक योगेश पाटील ने बताया 27 जून को प्रतिमा मिलने के बाद पुलिस उसे थाने ले गई थी। यहां विरोध के बाद सीएसपी प्रदीप विश्वकर्मा ने मंगलवार को प्रतिमा लौटाने का वादा किया था। लेकिन आज वे आए ही नहीं। प्रशासन को हिंदू संगठनों ने पांच दिन का समय दिया है। पांच दिन में प्रतिमा नहीं लौटाई तो 8 जुलाई को शहर बंद कराने के साथ आंदोलन होगा।
प्रशासन को प्रतिमा लौटने के लिए पांच दिन का समय देने पर भी युवा नाराज दिखे। संगठन के निर्णय का विरोध करते हुए उन्होंने नारेबाजी भी की। युवाअों का कहना था आज का वादा था। फिर भी प्रशासन ने प्रतिमा नहीं लौटाई। समय देकर कोई मतलब नहीं। अब भी अफसर पुरातत्व विभाग से जांच के बाद प्रतिमा लौटाने की बात कर रहे हैं।
नायब तहसीलदार अनाग्रीका कनौजिया ने बताया प्रतिमा लौटाने का निर्णय जांच के बाद ही होगा। पुरातत्व विभाग को प्रतिमा दे दी है। जांच में कितना समय लगेगा, यह हम नहीं बता सकते। शहर बंद की चेतावनी पर उन्होंने कहा- वरिष्ठ अिधकािरयों को इसकी जानकारी देंगे। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए संगठनों से चर्चा की जाएगी।