राज्यपाल आचार्य देवव्रत तथा मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां हिन्दी दैनिक समाचार पत्र अमर उजाला द्वारा आयोजित ‘मेधावी छात्र सम्मान समारोह’ में मेधावी छात्रों को सम्मानित किया। राज्यपाल ने समारोह की अध्यक्षता की।
इस अवसर पर छात्रों तथा अन्य प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि कोई भी व्यक्ति किसी भी क्षेत्र में कार्य कर सकता है, परन्तु उसमें मानवता का गुण होना चाहिए, क्योंकि यह हमारी संस्कृति का मूल आधार है। उन्होंने बच्चों को उच्च शिक्षा के साथ-साथ नैतिक मूल्यों को विकसित करने पर भी बल दिया।
राज्यपाल ने छात्रों का आह्वान किया कि उन्हें शिक्षा ग्रहण करते समय मानवीय मूल्यों की अवहेलना नहीं करनी चाहिए। अभिभावकों को बच्चों का सच्चा शुभचिन्तक बताते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों में सदगुण विकसित करने तथा उन्हें एक सफल व्यक्ति बनाने में उनकी अह्म भूमिका है। उन्होंने कहा कि बच्चे स्वास्थ्य की दृष्टि के साथ-साथ सुसंस्कारित भी होने चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को देश का सफल नागरिक बनाने के लिए अध्यापकों को उनमें नैतिक मूल्यों का संचार करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने नशे के विरूद्ध अभियान चलाने का भी आह्वान किया।
आचार्य देवव्रत ने कहा कि यह उनके लिए गौरव का विषय है कि वे हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड, सीबीएसई और आईसीएसई के राज्य में अव्वल रहे विद्यार्थियों को पुरस्कृत कर रहे हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि पुरस्कृत छात्र भविष्य में भी प्रगति करते रहेंगे तथा राज्य एवं राष्ट्र का नाम रोशन करेंगे।
उन्होंने पुरस्कृत विद्यार्थियों में लड़कियों की संख्या अधिक होने पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा कहा कि मजबूत राष्ट्र के निर्माण तथा स्वस्थ समाज के लिए लड़कियों की शिक्षा महत्त्वपूर्ण है।
राज्यपाल ने अमर उजाला द्वारा राज्य के मेधावी छात्रों को पुरस्कृत करने तथा इसे एक वार्षिक आयोजन बनाने के प्रयासों की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने इस असवर पर अपने सम्बोधन में कहा कि मीडिया सरकार और जनता के बीच संवाद सेतु के रूप में कार्य करता है, जिसके माध्यम से सरकार की नीतियां एवं कार्यक्रमों की जानकारी जनता तक पहुंचती हैं और जनता की प्रतिक्रियाएं भी सरकार तक पहुंचती हैं।
जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार मीडिया द्वारा सकारात्मक आलोचना का स्वागत करती है, क्योंकि इसके माध्यम से लोगों की आशाओं के अनुरूप कल्याण एवं नीतियां और कार्यक्रम बनाने में सहायता मिलती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने मेधावी छात्रों के लिए विभिन्न योजनाएं आरम्भ की हैं, ताकि धन के अभाव में कोई भी छात्र बेहतर शिक्षा प्राप्त करने से वंचित न रहें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों को अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए लग्न और मेहनत से कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सफलता अर्जित करने के लिए परिश्रम और समर्पण के अलावा कोई अन्य मार्ग नहीं है। उन्होंने कहा कि पात्र विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग सुविधा प्रदान करने के लिए राज्य सरकार ने ‘मेधा प्रोत्साहन योजना’ आरम्भ की है।
अमर उजाला समूह द्वारा आयोजित की जाने वाली इस तरह के समारोह के लिए समूह की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के आयोजन विद्यार्थियों को जीवन में बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर पुरस्कृत मेधावी छात्रों के अध्यापकों एवं अभिभावकों का उल्लेख करना भी महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि यह उनके मार्गदर्शन एवं प्रोत्साहन का परिणाम है कि विद्यार्थियों ने परीक्षा में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है।
जय राम ठाकुर ने उम्मीद जताई कि अन्य संगठन भी अमल उजाला से सरकार के प्रयासों व सम्बन्धित गतिविधियों के प्रचार के लिए प्रेरणा प्राप्त करेंगे, क्योंकि इस प्रकार की परोपकारी गतिविधियां जनमानस के कल्याण व उन्हें जीवन में बेहतर कार्य करने को प्रेरित करने के लिए अनिवार्य हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अमर उजाला वास्तव में पत्रकारिता के क्षेत्र में नैतिकता के उच्च स्तर को बनाए रखकर सराहनीय कार्य कर रहा है।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि राज्य व केन्द्र सरकार शिक्षा को प्राथमिकता प्रदान कर रही हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में देश के अन्य राज्यों से अग्रणी है। राज्य सरकार संस्कृत को बढ़ावा दे रही है और इसके लिए 10वीं कक्षा तक संस्कृत को अनिवार्य विषय बना दिया गया है। उन्होंने कहा कि सभी परीक्षा भवन सीसीटीवी से जोड़ दिए गए हैं व गुणवत्ता शिक्षा पर विशेष बल दिया जा रहा है।
अमर उजाला के स्थानीय संपादक राकेश भट्ट ने मुख्यमंत्री, राज्यपाल व अन्य उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री व राज्यपाल द्वारा 10वीं व 12वीं कक्षा में टॉप करने वाले 190 विद्यार्थियों को सम्मनित किया।
अमर उजाला के इकाई प्रमुख धीरज रोमन ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
नगर निगम शिमला की महापौर कुसुम सदरेट, उप-महापौर रोकश शर्मा हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष सुरेश सोनी, राज्यपाल के सलाहकार शशिकांत शर्मा, पुलिस महानिदेशक एस.आर मरडी, निदेशक सूचना एवं जनसंपर्क हरबंस ब्रसकोन तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।