प्रदेश में हो रही लगातार बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। नर्मदा हो या फिर शिप्रा लगभग सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। उज्जैन में लगातार 24 घंटे से हो बारिश के बाद शिप्रा नदी उफान पर है। तराना में पिछले 24 घंटे में 8 इंच बारिश दर्ज की गई है। शिप्रा का लगातार जलस्तर बढ़ने से घाट किनारे बने मंदिर जलमग्न हो गए हैं। गंभीर डैम भी ओवरफ्लो हो गया। वहीं, कई इलाकों में एक से दो फीट तक पानी भर गया। इंदौर में रातभर हुई बारिश से यशवंत सागर तालाब लाबालब भर गया। लगातार जलस्तर बढ़ने के बाद अलसुबह 3 गेट खोले गए जो 19 फीट का स्तर बने रहने तक खुले रहेंगे।
वहीं झाबुआ की माही, अनास, पंपावती, अग्नि नदियां उफान पर हैं। लगातार बारिश से झाबुआ का बहादुर सागर तालाब भी ओवरफ्लो हो चुका है। यहां एक आयशर ट्रक पानी के साथ बहकर रपटे में फंस गया। वहीं, माही डैम लबालब हो चुका है, जिस कारण रात 1 बजे गेट खोल दिए गए। तेज बारिश से रायपुरिया में पंपावती नदी से गुजर रही माही नहर क्षतिग्रस्त हो गई, जिससे तालाब पाड़ा के किसानों की फसलें पूरी तरह से तबाह हो गई।
देवास में भी बारिश के बाद हालात बिगड़ने लगे हैं। यहां जिले के गांव रंधन खेड़ी तहसील टोंक खुर्द में लगातार बारिश से पूरा गांव तालाब में तब्दील हो गया। वहीं, भेरू घाट खंडवा रोड पर पहाड़ से गिरता पानी वाहन चालकों के लिए मुसीबत का सबब बन गया। सड़क पर बहाव इतना तेज था कि ऐसा लगा मानों कोई नदी उफनी हो।
बुरहानपुर में भी हालात बदतर हो गए हैं। ताप्ती नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, वहीं सेंधवा में भी बारिश का सिलसिला जारी है। बीते 24 घंटों में सेंधवा में 124.4 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। सेंधवा की लाइफ लाइन कही जाने वाली गोई नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है।