पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में जारी मूसलाधार बारिश के चलते ज्यादातर जिलों में नदी-नाले उफान पर हैं। लगातार बारिश के चलते जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। रायसेन में हालात खराब हो गए हैं। यहां कई इलाकों में लोगों के घरों में पानी घुस गया है।
रायसेन में मूसलाधार बारिश से हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। रायसेन का भोपाल से सड़क संपर्क टूट गया है। यहां रीछन नदी के उफान पर आ जाने से दरगाह रपटा चढ़ गया है। वहीं भोपाल-रायसेन बायपास की एक पुलिया धंसक जाने की वजह से पूरी तरह रायसेन का भोपाल से सड़क संपर्क टूटा हुआ है। इसके अलावा पगनेश्वर गांव में बेतवा नदी के उफान आ जाने की वजह से रायसेन का विदिशा और सांची से सड़क संपर्क टूट गया है।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान जबलपुर समेत आस-पास के जिलों में भारी बारिश की संभावना व्यक्त की है। विभाग के मुताबिक राजस्थान से लेकर छत्तीसगढ़ और ओडिशा से लेकर बंगाल की खाड़ी से उपजे कम दबाव की वजह से यह बारिश हो रही है। शनिवार तक अच्छी बारिश होने की संभावना है।
मंडला, डिंडौरी में हुई जोरदार बारिश के कारण बरगी बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। गुरुवार की शाम तक जलस्तर 420.15 मीटर तक पहुंच गया था। बांध का अधिकतम जलस्तर 422 मीटर है। आज बारिश हुई तो बरगी डैम के गेट आज खोले जाएंगे। इसी तरह अन्य जलाशयों में भी जलस्तर बढ़ गया है। परियट और खंदारी जलाशय भी अधिकतम जलस्तर की तरफ पहुंच चुके हैं।
कम दबाव का क्षेत्र बनने से शहर में लगातार बारिश का क्रम जारी है। गुरुवार को दिन में 2 मिमी बारिश के बाद शाम को फिर बारिश का दौर शुरू हो गया। इस सीजन में अब तक बारिश का आंकड़ा 26 इंच पहुंच चुका है। इसके पहले बुधवार की रात तक हुई तेज बारिश ने ही शहर को आफत में डाल दिया। दर्जनों कॉलोनियों, रहवासी क्षेत्रों में जलभराव हो गया था, जो दूसरे दिन की सुबह तक लोगों को परेशान करता रहा। शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी नर्मदा व सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ गया है।
इधर, महाकौशल में भी भारी बारिश से हालात बिगड़े हुए हैं। बारिश के चलते नर्मदा के अलावा बालाघाट में वैनगंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। आगे हालात और बिगड़ सकते हैं। क्योंकि मौसम विभाग ने आज भी मध्य प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
बालाघाट जिले में पिछले 24 घंटों में 35 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। जबकि पिछले 48 घंटों में 99 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। जिले की नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इस वजह से नदियों किनारे बसे गांवों में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। नदियों के किनारे बसे 135 गांव खतरे के निशान पर हैं। नदियों के मुहाने बसे गावों में प्रशासन को भी अलर्ट किया गया है। जिले की वैनगंगा, बाघ, बंजर, देव, जमुनिया, टांडा,नदी समेत बरसाती नालों का जलस्तर बढ़ गया है।