बड़ा तालाब के फुल टैंक लेवल होते ही शनिवार सुबह भदभदा बांध के दो गेट खोल दिए गए। इससे पहले 2017 में बड़ा तालाब फुल टैंक लेवल हुआ था और भदभदा के गेट खोले गए थे। शनिवार सुबह गेट खुलने की सूचना मिलते ही देखने के लिए हजारों लोग भदभदा पहुंच गए थे
गुरुवार को बड़े तालाब का जलस्तर 1666.30 फीट पर था। बुधवार-गुरुवार की रात हुई बारिश के बाद तालाब का जलस्तर हर दो घंटे में 0.10 फीट बढ़ रहा था। शुक्रवार दोपहर 12 बजे जलस्तर 1666.00 फीट था, जो 2 बजे 1666.10, दोपहर 4 बजे 1666.20 और शाम 6 बजे 1666.50 फीट हो गया। रात करीब एक बजे 1666.80 फीट छू गया। तड़के इसके तय लेवल को पार करते ही गेट खोलने की तैयारियां शुरू कर दी गईं। सुबह छह बजे सायरन बजाकर लोगों को अलर्ट किया गया। इसके बाद सुबह आठ बजे गेट खोल दिए गए।
सीजन के जून, जुलाई और अगस्त में अभी सिर्फ 33 दिनों ही पानी गिरा। लेकिन इनमें से पांच दिन में हुई झमाझम बरसात ने ही राजधानी में पानी की कमी को पूरा कर दिया। जिसके चलते बड़ा शुक्रवार को बड़ा तालाब लबालब हो गया।
केरवा डैम को फुल होने अब 0.8 मीटर पानी की जरूरत है। केरवा का जल स्तर शुक्रवार शाम 509.11 मीटर दर्ज किया गया। गुरुवार को 508.13 मीटर था। इसका फुल टैंक लेवल 509.93 मीटर है। कोलार डैम के जलस्तर में शुक्रवार को करीब ढाई मीटर का इजाफा हुआ है। डैम का जलस्तर 451.80 मीटर दर्ज किया गया। अब फुल होने के लिए 10.4 मीटर पानी की जरूरत है। कोलार डैम का फुल टैंक लेवल 462.20 मीटर है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एके शुक्ला ने बताया कि मानसूनी सिस्टम राजगढ़ के पास पहुंच गया है। इसके आगे जाकर कमजोर होने की संभावना है। इससे बारिश में कमी आएगी। बंगाल की खाड़ी में 12 अगस्त काे नया सिस्टम बनने के संकेत हैं। इस कारण राजधानी और प्रदेश में 14 अगस्त से फिर तेज बारिश के आसार हैं।